समग्र समाचार सेवा
मुंबई 19 जुलाई: महाराष्ट्र विधानसभा परिसर गुरुवार (17 जुलाई, 2025) को चर्चा के बजाए एनसीपी (शरद पवार) और बीजेपी विधायकों के समर्थकों की बीच हुई झड़प की आवाजों से गूंज उठा। हंगामे की खबर फैलते ही सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से चिंता जताई। उनका मानना है कि राजनैतिक संदेश विचारों के माध्यम से, न कि विवादित हाथापाई से, जनता तक पहुंचना चाहिए।
फडणवीस का ट्वीट बयान: संवाद की आवश्यकता
विधानसभा में बोलते हुए फडणवीस ने कहा,
“संदेश जनता तक विचारों और चर्चाओं के माध्यम से पहुंचना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से अब संदेश लात-घूंसे के माध्यम से भेजे जा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि झड़प में शामिल कई लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं
सुरक्षा व्यवस्था में कड़ा बदलाव
सीएम ने विधानसभा परिसर की सुरक्षा व्यवस्था तेज़ करने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब प्रवेश नियंत्रित होगा, ताकि सदन में फिर ऐसी घटनाएं न हों। उनका यह बयान बहुमत रखने वाले गठबंधन की जिम्मेदारी को दर्शाता है।
मुंबई के भविष्य को लेकर फडणवीस की घोषणाएं
विधानसभा की व्यस्त राजनीति के बीच फडणवीस ने कई महत्त्वपूर्ण घोषणाओं की घोषणा भी की:
- लोकल ट्रेनों में पूर्णतः बंद दरवाजों वाली AC लोकल ट्रेनें लाई जाएंगी, और इसके लिए किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।
- धारावी पुनर्विकास के दौरान पात्र निवासियों को नए घर और व्यवसायिक इकाइयां अगले 7 सालों में प्रदान करने का भरोसा दिलाया गया।
- उन्होंने मराठी ‘मानुष’ की आवाज सुरक्षित रखने पर भी जोर दिया, यह स्पष्ट करते हुए कि मुंबई कभी भी महाराष्ट्र से अलग नहीं किया जा सकता।
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