नोएडा स्वच्छता की मिसाल: गोल्डन सिटी अवार्ड मिला

समग्र समाचार सेवा
नोएडा, 18 जुलाई: स्वच्छता सर्वेक्षण 2024–25 में नोएडा ने गंगा–यमुना की नगरी को पीछे छोड़ते हुए ‘गोल्डन सिटी अवार्ड’ जीता। यह सम्मान 3–10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सर्वाधिक स्वच्छ शहर के रूप में प्रदान किया गया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने उत्तर प्रदेश और एनसीआर क्षेत्र में नोएडा का गौरव बढ़ाया।

राष्ट्रपति मुर्मू से मिला बड़ा सम्मान

दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नोएडा को स्वच्छता के इस सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा। केंद्रीय नगर विकास मंत्री ए. के. शर्मा, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम., और अन्य वरिष्ठ अधिकारी समारोह में मौजूद थे। इस दौरान नोएडा अपनी उत्कृष्ट स्वच्छता पहल और नागरिक सहभागिता की मिसाल पेश कर रहा था।

सिर्फ कचरा नहीं, खुली शौच से मुक्ति और जलप्रबंधन

आज नोएडा सिर्फ कचरा सही तरीके से प्रबंधित करने में ही नहीं, बल्कि खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त शहर के रूप में भी सामने आया है। उसे 5 स्टार गार्बेज-फ्री सर्टिफिकेट और वॉटर-प्लस प्रमाणपत्र भी प्राप्त हुआ। यह साबित करता है कि शहर ने जल संरक्षण में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

सुपर लीग श्रेणी में नोएडा का जलवा

स्वच्छता सुपर लीग श्रेणी में नोएडा का नाम शीर्ष पर रहा। सीईओ डॉ. लोकेश ने बताया कि इस सफलता के पीछे नागरिक सहभागिता, कार्यबल की मेहनत, और प्राधिकरण की स्पष्ट रणनीतियाँ हैं। इन पिलरों की वजह से नोएडा ‘क्लीन इंडिया मिशन’ में एक प्रेरक उदाहरण बन गया है और अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बनेगा

उत्तर प्रदेश और एनसीआर के लिए नया अध्याय

जहाँ इंदौर ने पूरे भारत में आठवीं बार शीर्ष स्थान अर्जित किया, वहीं नोएडा की यह जीत एक नई पहचान थी—उत्तर प्रदेश की स्वच्छता के लिए महत्वपूर्ण कदम। एनसीआर के भीतर यह झंडा गर्व से लहराकर मोर्चा खोलता है कि शहरी स्वच्छता मॉडल में क्षेत्रीय विकास कितना सक्षम है।

 

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