समग्र समाचार सेवा
प्रयागराज, 18 जुलाई: स्वच्छता सर्वेक्षण 2024‑25 के गंगा टाउन श्रेणी में प्रयागराज ने देश का शीर्ष स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया। यह सफलता केवल नगर निगम की कार्यशैली का परिचायक नहीं है, बल्कि शहरवासियों की भागीदारी और सजगता का भी जीवंत उदाहरण बनकर सामने आई।
राष्ट्रपति सम्मान समारोह में मिली स्वर्णिम मान्यता
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में प्रयागराज नगर निगम के महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर, यूपी के नगर विकास मंत्री डॉ. ए.के. शर्मा, विशेष सचिव अनुज झा, नगर आयुक्त सीलम साईं तेजा और अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखकर विशेष सम्मान
विशेष रूप से महाकुंभ 2025 के आयोजन से पहले प्रयागराज नगर निगम को स्वच्छता तैयारियों के लिए एक विशेष पुरस्कार भी प्रदान किया गया। इस अमूल्य सम्मान ने दिखाया कि विशाल धार्मिक महोत्सव के दौरान शहर की स्वच्छता पर किस तरह से प्रशासन और जनता मिलकर काम कर रहे हैं।
डिजिटल तकनीक, जनभागीदारी और सफाई योजनाएँ
नगर निगम ने गंगा–यमुना घाटों पर सफाई, कूड़ा प्रबंधन व नालों की निगरानी में डिजिटल तकनीक और इनोवेशन का उपयोग किया। साथ ही, जनभागीदारी अभियान के तहत शहरवासियों ने सफाई जागरूकता कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाकर सफलता में अहम योगदान दिया।
जनता और निगम मिलकर बना रहे स्वच्छता का मॉडल
पुरस्कार मिलने पर नगर निगम के पार्षदों, सफाईकर्मियों व जनता में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने इस उपलब्धि को जनता की मेहनत व जागरूकता का परिणाम बताया। महापौर ने कहा कि यह शुरुआत है—आने वाले समय में भी प्रयागराज की स्वच्छता को उच्चतम मानकों पर बनाए रखेंगे।
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