दुधमुंही बच्ची को गोद में लेकर दफ्तर में काम कर रही है इस महिला अधिकारी का सीएम ने किया ट्रान्सफर

लखनऊ, 15 अक्टूबर।
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने वालें सीएम योगी आदित्यनाथ का एक और चेहरा सामने आया है जो कर्मठ अधिकारियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। गाजियाबाद की ज्वांइट मजिस्ट्रेट सौम्या पाण्डेय जो अपनी एक माह से भी कम उम्र की बच्ची को गोद में लेकर काम करती हैं। इसका फोटो सोशल मीडिया में वायरल होते ही मुख्यमंत्री ने इसका संज्ञान लिया और उनके निर्देश पर 2016 बैच की आइएएस अधिकारी सौम्या पाण्डेय का तबादला मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) कानपुर देहात के पद पर किया गया है। सौम्या पाण्डेय मूलत: प्रयागराज की निवासी हैं और उनके पति नितिन गौर भी आइएएस अधिकारी हैं।

सौम्या पाण्डेय बीती 17 सितंबर को मां बनीं थी। इसके 14 दिन बाद ही उन्होंने गाजियाबाद में एसडीएस मोदीनगर का चार्ज लिया और काम में लग गईं। दूधमुंही नन्हीं सी बेटी को गोद में लेकर ऑफिस आ रहीं आइएएस अफसर सौम्या पाण्डेय की फोटो मीडिया में वायरल होते ही खलबली मच गई। इसके बाद बुधवार को योगी आदित्यनाथ सरकार ने दो आइएएस अफसर का तबादला कर दिया। सौम्या पांडेय ज्वांइट मजिस्ट्रेट गाजियाबद का सीडीओ कानपुर देहात बनाया गया है। यहां पर तैनात रहे जोगिंदर सिंह को बरेली विकास प्रधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है।

बता दें कि गाजियाबाद में एसडीएम मोदीनगर के पद पर तैनात सौम्या पाण्डेय ने कोरोना संक्रमण के दौर में अपने कार्य स्थल को वरीयता दी। मां बनने के महज 14 दिन बाद कामकाज संभाल लिया था। दुधमुंही बच्ची को गोद में लेकर दफ्तर में फाइलें निपटाने में लगीं। सौम्या पाण्डेय ने डिलेवरी के लिए आठ सितंबर को अवकाश लिया था। सरकारी नियम के अनुसार उन्हें अधिकतम नौ महीने की मातृत्व अवकाश मिल सकता है। लेकिन 17 सितंबर को डिलेवरी के मात्र 14 दिन बाद एक अक्तूबर को फिर से कार्यभार ग्रहण कर लिया।

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