नई दिल्ली,15 अक्टूबर।
फर्जी टीआरपी (TRP) को लेकर जारी बवाल के बीच रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ने बड़ा फैसला लिया है। जी हां BARC ने न्यूज चैनलों की साप्ताहिक जारी होने वाली रेटिंग पर फिलहाल रोक लगा दी है। ये रोक अस्थायी तौर पर सभी भाषाओं में समाचार चैनलों की रेटिंग पर 12 सप्ताह तक लगाई गई है। बार्क की तरफ से कहा गया है कि टीआरपी का डेटा मापने के वर्तमान सिस्टम का रिव्यू किया जाएगा। उसे और बेहतर किया जाएगा।
गौरतलब है कि फर्जी टीआरपी का यह मामला तब सामने में आया था जब बार्क ने हंस रिसर्च ग्रुप के जरिये इस आशय की शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसमें आरोप लगाया गया था कि ऐसे कुछ परिवारों को एक खास चैनल चलाने के लिए रिश्वत दी जा रही थी जिनके घरों में टीआरपी डाटा एकत्रित करने वाले उपकरण लगे थे।
पुलिस ने इस मामले में कम से कम पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस अर्नब गोस्वामी के नेतृत्व वाले रिपब्लिक टीवी के अधिकारियों से भी पूछताछ कर रही है। वहीं, रिपब्लिक टीवी ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है।
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