अयोध्या में राम दरबार और अष्ट देव विग्रहों की भव्य प्राण प्रतिष्ठा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की पूजा में भागीदारी
समग्र समाचार सेवा,
अयोध्या, 5 जून: अयोध्या नगरी आज एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक क्षण की साक्षी बनी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर रामकथा पार्क में उतरा, जहां उनका स्वागत प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही और अन्य जनप्रतिनिधियों ने किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ी और रामलला के दरबार में दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
पावन दिन, पवित्र कार्य
गंगा दशहरा जैसे पुण्य अवसर पर अयोध्या में राम दरबार सहित आठ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर को ‘सिद्ध योग’ और ‘अभिजीत मुहूर्त’ में संपन्न किया गया, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। रामलला मंदिर के प्रथम तल पर यह प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें देश भर से श्रद्धालु और संत समाज उपस्थित रहे।
सुबह 6 बजे से यज्ञ मंडप में देवताओं के पूजन के साथ अनुष्ठान प्रारंभ हुआ। 9:35 से 10:35 तक हवन, 10:40 से 12:40 तक देव विग्रहों का अभिषेक और दोपहर 2 से 3 बजे तक उत्सव मूर्तियों का परिसर भ्रमण कराया गया। चांदी की चौकियों पर विराजमान मूर्तियों को पालकी में रखकर मंदिर की परिक्रमा की गई। श्रद्धालुओं ने “श्रीराम जय राम, जय जय राम” के जयघोष से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
योगी का संबोधन: पर्यावरण और संस्कृति का संगम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “आज गंगा दशहरा का पावन दिन है। इसी दिन मां गंगा का अवतरण हुआ था और आज प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘नमामि गंगे’ मिशन के माध्यम से यह कार्य राष्ट्रहित में और भी सार्थक बन चुका है। यह दिन विश्व पर्यावरण दिवस भी है, और पीएम मोदी द्वारा प्रारंभ किया गया ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान इसी समन्वय और संवाद का प्रतीक है।”
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में आज से इस अभियान की शुरुआत हो चुकी है और इसका लक्ष्य 35 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का है, जो 15 अगस्त तक चलेगा।
#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन दिन है। गंगा दशहरा की पावन तिथि है आज ही के दिन मां गंगा का उतरन इस धरा पर हुआ था…आज ये पावन तिथि महाराज भगीरथ के बाद इस कार्य को अविरल और निर्मल गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के… pic.twitter.com/nAC3HF6oVl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2025
एक भारत-श्रेष्ठ भारत की अभिव्यक्ति
मुख्यमंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार और अष्ट देवालयों में पवित्र देव विग्रहों की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का साक्षी बनने का परम सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह अवसर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की नूतन अभिव्यक्ति है।”
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
कार्यक्रम में संघ, विहिप, भाजपा पदाधिकारियों, साधु-संतों, जातीय मंदिरों के संतों तथा आम श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया। आयोजन समिति द्वारा परिसर में भोजन पैकेट की व्यवस्था की गई, जिससे सभी को सुचारू रूप से प्रसाद प्राप्त हो सके।
ऐतिहासिक दिन की गूंज
गंगा दशहरा पर आयोजित यह भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह अयोध्या के धार्मिक इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया है। रामलला के दरबार में देवताओं की प्रतिष्ठा, पूरे भारतवर्ष के श्रद्धालुओं के लिए आस्था और एकता का प्रतीक बनी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया, जिसमें आध्यात्मिकता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी निहित था।
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