नई दिल्ली: भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बुजुर्ग विधवा महिलाओं के लिए आश्रय घर बनवाएं हैं। इन घरों का क्या लोगो होगा इसका फैसला आम जनता पर छोड़ दिया है। मंत्रालय ने लोगो डिज़ाइन करने के लिए एक प्रतियोगिता रखी है। जिस किसी का डिजाइन किया लोगो पसंद आएगा वो इन आश्रय घरों की पहचान बन जाएगी।
एक अगस्त, 2018 से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में कोई भी भाग ले सकता हैं। creativecorner.mwcd@gmail.com या MyGov पर जाकर कोई भी 15 अगस्त से पहले रजिस्टर करवा सकता है।
इन आश्रय घरों को ‘कृष्ण कुटीर’ नाम दिया है जो की उत्तर प्रदेश के वृन्दावन में है। इन घरों में 1000 बुजुर्ग विधवा महिलाओं को आश्रय देने की सुविधा है। यह अपने आप में देश का सबसे बड़ा आश्रय गृह होगा जिसमें एक हज़ार विधवा महिलाएं रह सकती हैं। इस आश्रय गृह का उद्देश्य विधवाओं के लिए सुरक्षित और संरक्षित स्थान उपलब्ध कराना हैं। इस कृष्ण कुटीर आश्रय गृह में विधवाओं को स्वास्थ्य सेवाएं, पौष्टिक भोजन, कानूनी व परमर्श सेवाएं भी प्रदान की जाएँगी।
इस आश्रय गृह का डिज़ाइन हेल्पऐज़ इंडिया संस्था के परामर्श से तैयार किया गया है। तीन मंजिल इस आश्रय घर में रैंप, लिफ्ट की सुविधा भी है। इसके अलावा बिजली, पानी के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी हैं ताकि वृद्ध व दिव्यांग विधवाओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
Comments are closed.