समग्र समाचार सेवा
जयपुर, 15 जुलाई: राजस्थान की सियासत में एक बार फिर बीजेपी विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य चर्चा में हैं। हवामहल से विधायक बालमुकुंद आचार्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे जयपुर के रामगंज थाने के अंदर थानेदार की कुर्सी पर बैठकर अधिकारियों को डांटते और धमकाते नजर आ रहे हैं।
कांवड़ यात्रा को लेकर थी बैठक
जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो 13 जुलाई का है, जब जयपुर शहर में श्रावण माह की कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में विधायक बालमुकुंद आचार्य रामगंज थाने पहुंचे और सीधे थानेदार की कुर्सी पर जाकर बैठ गए। उनके सामने रामगंज, गलता गेट और माणक चौक थानों के अधिकारी मौजूद थे। विधायक ने बैठक में कांवड़ मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग और मीट की दुकानों को बंद कराने जैसे मुद्दों पर पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
अधिकारियों को दी चेतावनी
वीडियो में विधायक बालमुकुंद आचार्य मोबाइल फोन पर नगर निगम के अधिकारियों को धमकाते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं— “माथा फोड़ देंगे ध्यान रखना, महाराज कहते हैं मुझे।” इसके अलावा उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी चेतावनी दी कि इलाके में घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती, सिर्फ शांति समिति की बैठक कर दी जाती है। विधायक ने यूपी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां खाकी वर्दी का डर है, वैसा ही डर जयपुर में भी दिखना चाहिए।
कांग्रेस ने साधा निशाना
विधायक के इस वीडियो पर कांग्रेस ने भी सियासी हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जिन्हें जनता ने नीति बनाने के लिए चुना था, वे अब थानेदार बन बैठे हैं। टीकाराम ने ट्वीट कर कहा कि यह लोकतंत्र का अपमान है और सत्ता के नशे में संविधान और कानून की गरिमा तार-तार की जा रही है। जूली ने पूछा कि हवामहल की जनता अब किससे शिकायत करे— माननीय विधायक से या थानेदार से?
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