बहुरुपिये, मर्यादा पुरुषोत्तम कैसे हो सकते, वोटर रूपी राम इन्हें सजा देंने को आतुर: मालू

भोपाल,14 अक्टूबर।

जिन्हें अपने काम पर भरोसा नहीं, राम पर भरोसा नहीं वे अब हारने की कगार पर आकर अंत में भगवान राम को याद कर रहे हैं
वे सब राम की शरण में आ गए। पोस्टरों में कमलनाथ को मर्यादा पुरुषोत्तम बताने वाले एक बार फिर राम का अपमान कर रहे हैं।
खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू नें काँग्रेस द्वारा कमलनाथ को मर्यादा पुरुषोत्तम बताने वाले पोस्टर लगाने को घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि अब ये गजनवी के अनुचर जिनकी कोई मर्यादा नहीं बची न ही वे पुरूषों में उत्तम तो ठीक मध्यम भी नहीं हैं। ये तो पुरुष नहीं बहुरुपिये हैं। वे चुनाव की वैतरणी में डूबती नैया को देखकर अब राम की शरण में आ गए जो निर्लज्जता की पराकाष्ठा है।
मालू ने कहा कि अब किसानों, युवाओं, महिलाओं, मजदूरों से गद्दारी, धोखाधड़ी, वादाखिलाफी करने वालों ठगों को वोटर रूपी राम उनकी करनी की सजा देंने को आतुर है।

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