बाजपुर में हुआ 51 जोड़ों का सर्वधर्म विवाह: कांग्रेस ने दी सामाजिक सौहार्द की मिसाल

बाजपुर (उत्तराखंड), 22 अप्रैल 2025 : सांप्रदायिक तनाव और सामाजिक विभाजन के इस दौर में, बाजपुर में एक अद्वितीय और प्रेरणादायक पहल ने सभी का ध्यान खींचा। उत्तराखंड प्रदेश किसान कांग्रेस अध्यक्ष हरमिंदर सिंह लाडी जी द्वारा आयोजित सर्वधर्म विवाह समारोह में 51 नवयुगल जोड़ों का विधिवत विवाह संपन्न हुआ। इस समारोह ने न सिर्फ आपसी प्रेम, भाईचारे और सांस्कृतिक समरसता का संदेश दिया, बल्कि यह भी दर्शाया कि कांग्रेस पार्टी आज भी “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना को जीवंत रखने में विश्वास रखती है।

यह आयोजन उस समय और भी प्रासंगिक हो जाता है जब समाज में नफरत और द्वेष की भाषा को राजनीतिक लाभ के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे समय में सर्वधर्म विवाह जैसे आयोजन सामाजिक सद्भाव और समावेशिता की भावना को मजबूत करते हैं।

समारोह में देशभर से कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस समिति) के प्रशासन प्रभारी एवं कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के सदस्य श्री गुरदीप सप्पल जी ने विशेष रूप से समारोह में उपस्थित होकर नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया और आयोजकों की खुले मन से सराहना की।

उनके साथ अमेठी से सांसद श्री किशोरी लाल शर्मा, अमृतसर से सांसद श्री गुरजीत सिंह औजला, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करण माहरा, नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्या, विधायक दल के उपनेता श्री भुवन कापड़ी, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, AICC सचिव श्री सुरेंद्र शर्मा, नानकमत्ता विधायक श्री गोपाल सिंह राणा, हल्द्वानी विधायक श्री सुमित हृदयेश, और उत्तराखंड युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमितर भुल्लर जैसे अनेक वरिष्ठ नेताओं ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया।

कार्यक्रम में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने सम्मिलित होकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों की रीति-रिवाजों के अनुसार रस्में निभाई गईं, जिससे यह समारोह भारत की विविधता में एकता का जीवंत प्रतीक बन गया।

हरमिंदर सिंह लाडी ने इस अवसर पर कहा, “आज जब समाज में एकता को तोड़ने की कोशिशें हो रही हैं, हम सबका दायित्व है कि हम मिलकर ऐसी पहल करें, जो जोड़ने का कार्य करें। यह आयोजन उसी दिशा में एक छोटा सा प्रयास है।”

समारोह में कांग्रेस नेताओं ने भी यही दोहराया कि पार्टी केवल चुनावी राजनीति की नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की भी पक्षधर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा प्रेम, सहिष्णुता, और सभी धर्मों के सम्मान पर आधारित रही है, और यही भावना इस कार्यक्रम में झलकती है।

इस आयोजन ने न केवल उत्तराखंड में, बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक सामाजिक संदेश दिया है कि प्रेम और एकता ही भारत की असली पहचान है। कांग्रेस पार्टी ऐसे आयोजनों के माध्यम से यह दिखा रही है कि राजनीति का उपयोग समाज को जोड़ने के लिए भी किया जा सकता है।

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