असम रेलवे नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण वर्ष के अंत तक पूरा होगा: केंद्रीय मंत्री वी. सोमन्ना

समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी,10 मार्च।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने रविवार को घोषणा की कि इस वर्ष के अंत तक असम का रेलवे नेटवर्क पूरी तरह से विद्युतीकृत हो जाएगा। यह राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी और परिवहन प्रणाली की दक्षता और स्थिरता को बढ़ाने में सहायक साबित होगी।

गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के दौरान, मंत्री सोमन्ना ने कहा कि 2014 से पहले असम में रेलवे विद्युतीकरण नहीं था, लेकिन अब यह कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार पूर्वोत्तर राज्यों में रेल संपर्क को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

मंत्री सोमन्ना ने रेलवे अधोसंरचना के उन्नयन की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि रेल पटरियों के दोहरीकरण और नई पटरियों के निर्माण सहित कई परियोजनाएं तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। ये सभी प्रयास सरकार की रेलवे आधुनिकीकरण और आर्थिक विकास को गति देने की रणनीति का हिस्सा हैं।

उन्होंने गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के बारे में भी जानकारी दी, जिसे “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत 181.09 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिससे यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक सेवाएं मिल सकेंगी। मंत्री ने प्रतीक्षालय, क्यूआर कोड-आधारित टिकटिंग काउंटर और सुरक्षा उपायों का निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था की सराहना की।

गुवाहाटी के अलावा, मंत्री सोमन्ना ने डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया, जिसे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उन्नत किया जा रहा है। उन्होंने वहां जारी विकास कार्यों का जायजा लिया और रेलवे सुविधाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

मंत्री की यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बोगीबील रेल-कम-रोड ब्रिज का दौरा था, जो ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तर और दक्षिण तटों को जोड़ने वाला एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना है। इस पुल के माध्यम से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच संपर्क में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जिससे दोनों राज्यों के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल रही है।

मंत्री सोमन्ना ने दोहराया कि सरकार पूर्वोत्तर भारत में रेलवे अधोसंरचना के तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों से बेहतर ढंग से जोड़ने के प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि नई नौकरियों के अवसर भी उत्पन्न होंगे और स्थानीय निवासियों का जीवन स्तर सुधरेगा।

असम के रेलवे नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण सरकार की पर्यावरण अनुकूल परिवहन प्रणाली विकसित करने की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और रेल सेवाओं की दक्षता तथा विश्वसनीयता में सुधार होगा। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो इस साल के अंत तक असम पूरी तरह से विद्युतीकृत रेलवे प्रणाली वाला राज्य बन जाएगा, जो पूर्वोत्तर के विकास के लिए एक बड़ा कदम होगा।

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