समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24दिसंबर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से 8 चीतों को लाना महज एक ट्रेलर था, क्योंकि अभी 12-14 चीते और भारत लाए जाएंगे. केंद्र सरकार के एक्शन प्लान के मुताबिक, अगले पांच सालों के दौरान दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और अन्य अफ्रीकी देशों से लगभग 12-14 चीतों को भारत लाया जाएगा. राज्यसभा में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री श्विनी कुमार चौबे ने उच्च सदन यानी राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि भारत सरकार ने 20 जुलाई 2022 को ‘वन्यजीव संरक्षण और सतत जैव विविधता उपयोग’ पर नामीबिया गणराज्य की सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा स्पॉन्सर्ड योजना ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के तहत भारत में चीतों को दोबारा लाने के लिए 38.70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा यह फंड कंपेंसेटरी अफॉरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी (CAMPA) के 29.47 करोड़ रुपए के अतिरिक्त है, जो चीतों को यहां के माहौल से परिचय कराने, उनके प्रबंधन और रखरखाव पर खर्च किया जाएगा.
अनुकूलन बाड़ों में चीतों की संख्या, क्या किसी चीता ने गर्भपात का अनुभव किया है और बीमारियों से गुजर चुके चीतों की संख्या के सवाल पर अश्विनी चौबे ने कहा कि अब कोई भी चीता क्वारंटाइन में नहीं है. सभी आठ चीतों को बड़े बारों में छोड़ दिया गया है. नामीबिया से आए चीतों में अभी तक किसी तरह के स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की सूचना नहीं मिली है. बता दें कि इसी साल अफ्रीकी देश से 8 चीते भारत लाए गए हैं, जिन्हें मध्य प्रदेश को कूनो नेशनल पार्क में रखा गया है.
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