समग्र समाचार सेवा,
नई दिल्ली, 25 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को “मन की बात” कार्यक्रम की 122वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट भारत की भावना, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता, राष्ट्रवादी चेतना, आदिवासी क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तन और भारत की सांस्कृतिक विविधता को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ आक्रोशित और संकल्पबद्ध है। हमारी सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में जो पराक्रम दिखाया, उसने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।” उन्होंने बताया कि इस सटीक अभियान में सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे देशवासियों में राष्ट्रभक्ति की भावना उमड़ पड़ी।
पीएम मोदी ने बताया कि इस मिशन की प्रेरणा से पूरे देश में तिरंगा यात्राएं निकलीं, कविताएं लिखी गईं और बच्चों के नाम तक ‘सिंदूर’ रखे गए। उन्होंने इसे “बदलते भारत की तस्वीर” करार दिया।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में बने हथियारों और तकनीक का उपयोग कर सेना ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार किया है। “जन-मन का जुड़ाव ही भारत की असली ताकत है,” उन्होंने ज़ोर देते हुए देशवासियों से ‘Vocal for Local’ और ‘Wed in India’, ‘Gift Indian’, ‘Travel India’ जैसे संकल्पों को अपनाने का आग्रह किया।
नक्सल प्रभावित गांवों में बदलाव की मिसाल
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे पहली बार वहां बस सेवा पहुंची और ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उसका स्वागत किया। उन्होंने इसे माओवादी हिंसा से उबरते भारत का प्रतीक बताया।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन को भी सराहा, जहां 10वीं में 95% परिणाम और 12वीं में राज्य में छठा स्थान मिला। “जहां कभी माओवाद का प्रभाव था, वहां आज शिक्षा का परचम लहरा रहा है,” पीएम ने गर्व से कहा।
गिर के शेरों की बढ़ती संख्या
पीएम मोदी ने गुजरात के गिर में एशियाई शेरों की आबादी में वृद्धि की जानकारी दी – 674 से बढ़कर 891 तक। उन्होंने बताया कि 35,000 वर्ग किमी में हुए Lion Census में चौबीसों घंटे निगरानी रखी गई, जिसमें महिलाओं की वन अधिकारी के रूप में बड़ी भागीदारी रही।
सिक्किम की परंपरा से फैशन तक
सिक्किम के डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया द्वारा शुरू किए गए ‘Crafted Fibers’ की कहानी सुनाते हुए पीएम ने बताया कि कैसे उन्होंने पारंपरिक बुनाई को आधुनिक फैशन से जोड़ा और स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाया। “यह सिर्फ ब्रांड नहीं, परंपरा, कला और आत्मनिर्भरता का संगम है।”
उत्तराखंड के प्रेरणास्रोत जीवन जोशी
प्रधानमंत्री ने पोलियो प्रभावित कलाकार जीवन जोशी की कला ‘बगेट’ का उल्लेख किया, जिसमें वह चीड़ के सूखे छाल से उत्तराखंड की लोक-आत्मा को उकेरते हैं। उन्होंने कहा, “परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी असंभव नहीं।”
122वीं कड़ी का संबोधन जहां राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्रित रहा, वहीं प्रधानमंत्री ने देश की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक चेतना को भी उजागर किया। उन्होंने हर नागरिक से आग्रह किया कि वो भारत की प्रगति में भागीदार बने और ‘जन-भागीदारी’ से ‘जन-शक्ति’ का निर्माण करें।
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