मन की बात की 125वीं कड़ी: प्रधानमंत्री मोदी ने आपदा राहत, खेल उपलब्धियों और ‘प्रतिभा सेतु’ जैसे नए अभियानों पर डाली रोशनी
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश को संबोधित करते हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 125वीं कड़ी में कई अहम विषयों पर अपने विचार रखे। उन्होंने एक ओर प्राकृतिक आपदाओं से जूझते देशवासियों का दर्द साझा किया तो दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में खेलों की नई उपलब्धियों, UPSC उम्मीदवारों के लिए बने ‘प्रतिभा सेतु पोर्टल’, सौर ऊर्जा से सशक्त होते गांवों और देशभक्ति से जुड़े प्रेरक किस्सों पर प्रकाश डाला।
आपदा राहत में NDRF और सेना का योगदान
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं ने देश की कड़ी परीक्षा ली है। उन्होंने बताया कि इस मुश्किल समय में NDRF-SDRF, सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने आधुनिक तकनीक—जैसे ड्रोन, स्निफर डॉग्स और लाइव डिटेक्टर—का उपयोग कर राहत कार्यों को तेज़ किया। हेलीकॉप्टरों के ज़रिए राहत सामग्री पहुँचाई गई और घायलों को एयरलिफ्ट किया गया।
जम्मू-कश्मीर में खेलों का नया अध्याय
प्रधानमंत्री ने गर्व से बताया कि पुलवामा में पहली बार डे-नाइट क्रिकेट मैच आयोजित हुआ, जिसमें हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया। वहीं, श्रीनगर की डल झील पर आयोजित पहला ‘Khelo India Water Sports Festival’ पूरे देश के लिए आकर्षण का केंद्र बना। इसमें 800 से अधिक खिलाड़ी शामिल हुए और मध्य प्रदेश ने सबसे ज़्यादा मेडल जीते। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से ओडिशा की रश्मिता साहू और श्रीनगर के मोहसिन अली से संवाद साझा किया, जिन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया।
UPSC उम्मीदवारों के लिए नई पहल – ‘प्रतिभा सेतु’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारों ऐसे युवा हैं, जिन्होंने UPSC के सभी चरण पास किए, लेकिन अंतिम सूची में नहीं पहुँच पाए। उनकी प्रतिभा को सम्मान देने के लिए सरकार ने ‘प्रतिभा सेतु पोर्टल’ लॉन्च किया है। इस पर निजी कंपनियाँ योग्य उम्मीदवारों से सीधे जुड़ सकती हैं। अब तक सैकड़ों युवाओं को नौकरी भी मिल चुकी है।
खेल और वैश्विक जुड़ाव
प्रधानमंत्री ने बताया कि जर्मनी के फुटबॉल कोच डाइटमार बायर्सडॉर्फर ने शहडोल (मध्य प्रदेश) के फुटबॉल खिलाड़ियों में रुचि दिखाई और उन्हें जर्मनी में ट्रेनिंग देने का प्रस्ताव दिया। इसे भारत के खेलों की बढ़ती ताकत और वैश्विक पहचान से जोड़ा गया।
सौर ऊर्जा से बदलती तस्वीर
मन की बात में प्रधानमंत्री ने बिहार की ‘सोलर दीदी’ देवकी जी की कहानी भी साझा की, जिन्होंने सोलर पंप से 40 एकड़ जमीन की सिंचाई कर गांव की तकदीर बदल दी। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा गांव-गांव में नई रोशनी और खुशहाली ला रही है।
देशभक्ति का प्रेरक उदाहरण
प्रधानमंत्री ने सूरत के जितेंद्र सिंह राठौड़ का ज़िक्र किया, जो सिक्योरिटी गार्ड होने के बावजूद हजारों शहीदों की तस्वीरें और जानकारियाँ इकट्ठा कर रहे हैं। उन्होंने लगभग ढाई हजार शहीद परिवारों से जुड़कर देशभक्ति का अनुपम उदाहरण पेश किया है।
सरदार पटेल की आवाज़ और हैदराबाद मुक्ति दिवस
कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की दुर्लभ ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाई, जिसमें उन्होंने हैदराबाद मुक्ति संघर्ष की पीड़ा साझा की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सितंबर में देश हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाकर शहीदों के साहस को याद करेगा।
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