ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित हुआ 15वां अंतर्राष्ट्रीय चौसथी योगिनी महोत्सव

समग्र समाचार सेवा
भुवनेश्वर, 29 दिसम्बर। हाल ही में नृत्य प्रतिभा द्वारा पंद्रहवें अंतर्राष्ट्रीय चौसथी योगिनी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। कला प्रेमियों और पारखी लोगों ने भुवनेश्वर के रवींद्र मंडप में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान ओडिसी नृत्य, ओडिशा के लोक नृत्य और भक्ति संगीत के जादू और मंत्रमुग्धता का अनुभव किया।

शाम के विशिष्ट अतिथि ओडिशा विधान सभा के अध्यक्ष डॉ सूर्य नारायण पात्रा, पूर्व एम.पी. प्रसन्ना कुमार पटसानी, प्रख्यात मूर्तिकार सुदर्शन साहू, विश्व ओडिशा सोसाइटी के अध्यक्ष किशोर द्विबेदी, वरिष्ठ अभियंता बिपिन कुमार नायक और अर्देंट स्टील के निदेशक डॉ सुभाषिस दास ने इस विशाल आयोजन के मुख्य आयोजक की भूमिका की सराहना की और ओडिसी प्रतिपादक प्रतिभा पांडा को उनके विशाल आयोजन के लिए सराहा। दुनिया भर में इस महोत्सव को बढ़ावा देने में योगदान। उन्होंने उसके नेक प्रयासों की और सफलता की कामना की।

साहित्यकार डॉ आद्यशा दास द्वारा लिखित “द योगिनी पोयम्स: लव एंड लाइफ” और “द योगिनिस ऑफ रानीपुर झरियाल: तांत्रिक गॉडेस ऑफ योर” नामक दो पुस्तकों का विमोचन किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण पद्मश्री अनूप जलोटा और उनके शिष्य कंचन किरण मिश्रा द्वारा मनमोहक और मन को सुकून देने वाले भजन और ग़ज़ल गायन थे। श्री जलोटा को उनके आजीवन संगीतमय योगदान के लिए प्रतिष्ठित चौसथी योगिनी संगीत सम्मान मिला। अन्य पुरस्कार विजेताओं में ओडिसी गुरु गजेंद्र पांडा को चौसथी योगिनी नृत्य सम्मान, रंगमंच के दिग्गज सुबोध पटनायक को चौसथी योगिनी नाट्य सम्मान, प्रसिद्ध चित्रकार सुब्रत मल्लिक को चौसथी योगिनी चित्रकला सम्मान, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ पद्मज पाल को चौसथी योगिनी साहित्य सम्मान और आगामी प्रतिभाशाली लेखक से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सुमन दास को चौसथी योगिनी युवा साहित्य सम्मान प्राप्त हुआ

कला जंबूरी के अन्य मुख्य आकर्षण में प्रज्ञा नृत्यायन और नृत्य प्रतिभा द्वारा समूह ओडिसी नृत्य प्रस्तुतियाँ, गुरु चित्रसेन स्वैन के संरक्षण में आराधना नृत्य अकादमी के कलाकारों द्वारा गोटीपुआ नृत्य प्रदर्शन और गुरु गजेंद्र पांडा द्वारा एकल ओडिसी नृत्य शामिल हैं।

रचनात्मक उत्कृष्टता का चरमोत्कर्ष शो के सुपरस्टार गुरु श्रीमती प्रतिभा पांडा द्वारा अपने शानदार अभिनय के माध्यम से नबरसा की उत्कृष्ट और असाधारण अभिव्यक्ति के भीतर आया।

इक्का-दुक्का एंकर डॉ श्रीनिबाश घाटूरी और सुश्री सोमा महापात्रा ने पूरी कार्यवाही को सुचारू रूप से और निर्बाध रूप से संचालित और समन्वयित किया।

सभागार रोशनी के लिए नलिनी निहार नायक और मंच दृश्य के लिए स्मृतिकांत राउत द्वारा तकनीकी सहायता प्रदान की गई थी।

उपस्थित प्रमुख हस्तियों में नृत्य प्रतिभा के अध्यक्ष डॉ रजनी रंजन दास, निशिकांत मिश्रा, मनमोहन पांडा, प्रेम नेपक, देवर्षि मलिक, सुभकांत पाधी और अनुराग साहू शामिल हैं।

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