समग्र समाचार सेवा
लंदन/नई दिल्ली, 13 अप्रैल। आतंकवाद विरोधी भारत-यूनाइटेड किंगडम संयुक्त कार्य समूह की 15वीं बैठक 04-05 अप्रैल 2022 को लंदन में आयोजित की गई थी। श्री महावीर सिंघवी, भारत के विदेश मंत्रालय में आतंकवाद विरोधी संयुक्त सचिव और सुश्री क्लो स्क्वॉयर, निदेशक जनरल, होमलैंड सिक्योरिटी, यूनाइटेड किंगडम सरकार ने दोनों देशों के बीच चल रहे आतंकवाद विरोधी सहयोग पर चर्चा करने के लिए संबंधित प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।
यूनाइटेड किंगडम और भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के वैश्विक खतरे से व्यापक रूप से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया।
दोनों पक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों और क्षेत्रों में आतंकवादी और चरमपंथी खतरों के अपने आकलन को साझा किया, जिसमें विश्व स्तर पर स्वीकृत आतंकवादी संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा उत्पन्न खतरे भी शामिल हैं। उन्होंने सभी आतंकवादी नेटवर्कों, अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता और आतंकवादी हमलों के अपराधियों को व्यवस्थित और शीघ्रता से न्याय दिलाने के महत्व पर बल दिया। दोनों पक्षों ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक उपकरण के रूप में आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ बहुपक्षीय मंचों पर एक साथ काम करने के तरीकों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
दोनों देशों ने सीटी चुनौतियों की एक श्रृंखला में दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान किया: अफगानिस्तान में विकासशील स्थिति, कट्टरता और हिंसक उग्रवाद का मुकाबला; आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करना; आतंकवाद के लिए इंटरनेट के शोषण को रोकना; कानून प्रवर्तन सहयोग; जानकारी साझाकरण; विमानन और समुद्री सुरक्षा। इन साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत और गहरा करने पर सहमति हुई।
आतंकवाद से निपटने पर 16वां यूके और भारत का संयुक्त कार्य समूह भारत में 2023 में आयोजित किया जाएगा।
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