लद्दाख के पंचायत प्रतिनिधियों के 33 सदस्यों दल मसूरी पहुँचा, उत्तराखण्ड के पंचायत एक्ट का कर रहे अध्ययन
समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 28फरवरी।
जम्मू-कश्मीर के बाद अब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पंचायत प्रतिनिधियों को उत्तराखंड पंचायतों के कामकाज को सिखा रहा है। जिसके तहत 5 दिवसीय दौरे पर लद्दाख के पंचायत प्रतिनिधियों के 33 सदस्यों दल उत्तराखण्ड के विभिन्न पंचायतों में जाकर राज्य के पंचायतीराज एक्ट, पंचायतों का विभिन्न विभागों से समन्वय, ग्राम पंचायत विकास योजना आदि की बारीकियों की जानकारी लेने के साथ ही पंचायतों का स्थलीय निरीक्षण कर कामकाज को भी निरंतर देख रहे हैं। उनका कहना है कि अब वे अपने यहां भी उत्तराखंड की तरह ही पंचायतों के विकास को कदम उठाएंगे।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में ग्राम पंचायतों के चुनाव तो वर्ष 2018 में हुए, लेकिन अब इन दोनों के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद वहां पंचायतों को सशक्त करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में दोनों केंद्र शासित राज्यों के पंचायत प्रतिनिधियों को दूसरे राज्यों में पंचायतीराज से संबंधित प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर ने अपनी ग्राम पंचायतों के सरपंचों के प्रशिक्षण के लिए उत्तराखंड को चुना।
वहां के सरपंचों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद लद्दाख ने भी अपने ग्राम पंचायत सरपंचों को प्रशिक्षण के लिए उत्तराखंड भेजना शुरू किया है।
ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि लद्दाख के ग्राम पंचायत सरपंचों को राज्य के पंचायतीराज एक्ट और इसके विभिन्न प्रविधानों से अवगत कराया जा रहा है। साथ ही उन्हें यह भी बताया कि जा रहा कि यहां की पंचायतों का थ्री-टायर सिस्टम किस तरह पंचायतों और विभागों के साथ समन्वय कर काम करता है। साथ ही सरपंचों को विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायतों का स्थलीय भ्रमण भी कराया जा रहा है। उन्हें यह भी जानकारी दी जा रही कि ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत किस तरह योजनाएं बनाई जाती हैं।
लद्दाख के ग्राम पंचायत सदस्यों ने कहा िकवह उत्तराखण्ड में आकर और यहा की मेहमान नवाजी से काफी खुश है उन्होने कहा कि लद्दाख विकास को लेकर काफी पिछडा हुआ है वही लद्दाख में कई क्षेत्र ऐसे है जहा पर अभी भी मूलभूत सुविधाये जैसे सडक बिजली और पेयजल का आभाव है कनेक्टीवीटी नही है जिससे कारण कई गाव में मोबाइल फोन भी नही है ऐसे मेेें उन्होने केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री से लद्दाख के विकास के अहम योगदान देने का आग्रह किया।
Comments are closed.