राजस्थानी अकादमी का 34वां कव्यित्री सम्मेलन और 12वां नारी गौरव सम्मान 2025: साहित्य और सशक्तिकरण का संगम

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,8 मार्च।
राजस्थानी अकादमी ने अपनी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 34वें कव्यित्री सम्मेलन और 12वें नारी गौरव सम्मान 2025 का भव्य आयोजन इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में किया। यह आयोजन होली और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की भावना को समर्पित था, जिसमें साहित्यिक उत्कृष्टता और नारी शक्ति को सम्मानित किया गया।

34 वर्षों से राजस्थानी अकादमी साहित्यिक परंपरा को सहेजते हुए कव्यित्री सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इस वर्ष भी विभिन्न विधाओं की प्रतिभाशाली कवयित्रियों ने मंच पर अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हास्य, व्यंग्य, देशभक्ति और समाज को जागरूक करने वाली कविताओं ने पूरे सभागार को भाव-विभोर कर दिया।

अकादमी के अध्यक्ष डॉ. गौरव गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में अकादमी की साहित्यिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला और बताया कि इस वर्ष के नारी गौरव सम्मान विजेताओं का चयन समाज में उनके प्रेरणादायक योगदान को ध्यान में रखते हुए पूरे भारत से किया गया है।

कार्यक्रम का सफल संचालन सचिव सुमन माहेश्वरी ने किया, जिनकी ओजस्वी वाणी और मंच संचालन की दक्षता ने आयोजन को और भी आकर्षक बना दिया। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली प्रतिष्ठित कवयित्रियों में अलका माहेश्वरी, ममता मिश्रा, नीलम आनंद, निधि बंसल, निशा भार्गव, प्रतिभा सिंघल, रजनी बाफना, सपना प्रकाश, शांति शर्मा, उमा मालवीय, सुमन माहेश्वरी और सुनीता बंसल शामिल थीं।

स्वागत मंत्री प्रेम सिंह ढींगरा ने सभी कवयित्रियों को पारंपरिक उपहार और पटका भेंट कर उनका सम्मान किया।

इस भव्य आयोजन में 12वें नारी गौरव सम्मान 2025 के अंतर्गत समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर क्रोएशिया के उप राजदूत और अमेरिकी दूतावास के राजनयिकों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया।

सम्मानित होने वाली महिलाओं में अलका मित्तल, अर्चना गौड़, अर्चना जैन, आशा सिंह, अवंतिका टोकस मिधा, गीता ग्रोवर, कंचन गुप्ता, मनीषा कौशिक, मीनू कुमार, पॉलिना क्रोमिक, पूजा मित्तल, पूनम तनेजा, रंजीता सहाय अशेष, रेखा शर्मा, रिया रहेजा, संगीता, सविता सिंह, सीमा मिधा, शेरोन लोवेन, स्टेफी टेरेसा मुर्मू, वैशाली बालियान और वसुधा गुप्ता शामिल थीं।

कार्यक्रम की सफलता में श्री और सैम, वंडरसॉफ्ट के पवन कंसल, जेम माइंस के अमित गुप्ता, केएफएल, बियॉन्ड बैश, इंडिका, प्रभात प्रकाशन के पीयूष कुमार, डॉ. मनीषा कौशिक, सुश्री आशा सिंह और डॉ. शाइस्ता खान का विशेष योगदान रहा।

इसके अलावा, सर्वधर्म संगम टीवी के विकास चौधरी और अन्य मीडिया भागीदारों ने इस आयोजन की व्यापक पहुंच सुनिश्चित की।

34वें कव्यित्री सम्मेलन और 12वें नारी गौरव सम्मान ने न केवल साहित्यिक उत्कृष्टता को उजागर किया बल्कि महिला सशक्तिकरण और सामाजिक योगदान को भी सम्मानित किया। यह आयोजन कला, संस्कृति और सशक्तिकरण के संगम का प्रतीक बना और अपने प्रभावशाली संदेश के साथ लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

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