ईसीएसडब्‍ल्‍यूजी की तीसरी बैठक 21 मई को मुंबई में ‘जी20 मेगा समुद्र तट स्‍वच्‍छता कार्यक्रम’के साथ होगी शुरू

समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 19 मई। भारत की जी20 की अध्‍यक्षता के तहत “जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला के लिए एक दीर्घकालिक और नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना” पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह (ईसीएसडब्ल्यूजी) द्वारा पहचानी गई प्राथमिकताओं में से एक है।

ईसीएसडब्‍ल्‍यूजी की तीसरी बैठक (21-23 मई) 21 मई को सुबह 7 बजे से जी20 समुद्र तट के जबरदस्‍त सफाई कार्यक्रम के साथ शुरू होगी। । यह कार्यक्रम मुंबई के जुहू समुद्र तट पर दो घंटे के लिए आयोजित किया जाएगा और इसमें ईसीएसडब्‍ल्‍यूजी की तीसरी बैठक में भाग लेने वाले जी20 प्रतिनिधि भाग लेंगे। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सामुदायिक भागीदारी की भूमिका पर नागरिकों को जागरूक करने और संवेदनशील बनाने के प्रयासों के तहत, ईएसडब्‍ल्‍यूजी के इस अभियान की योजना पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्रालय ने पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग और भारतीय तटीय राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों और अन्‍य जी20 देशों की सक्रिय भागीदारी से बनाई है।

समुद्र तट स्‍वच्‍छता अभियान 9 तटीय राज्यों और 4 केन्‍द्र शासित प्रदेशों में 30 से अधिक समुद्र तटों पर चलेगा। भारतीय दूतावासों/वाणिज्य दूतावासों के समर्थन से, जी20 सहित 20 से अधिक देशों और भारत जी20 की अध्‍यक्षता में आमंत्रित देशों में समुद्र तट सफाई अभियान स्थानीय प्रशासन ने जागरूकता पैदा करने और स्थानीय समुदायों को संवेदनशील बनाने के लिए विभिन्न कार्यों की भी योजना बनाई गई है जिसमें अंतर-विद्यालय पेंटिंग प्रतियोगिता, समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण की प्रतिज्ञा, अपशिष्ट पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं। लोगों में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पद्म पुरस्कार विजेता सुदर्शन पटनायक मुंबई के जुहू समुद्र तट जाएंगे। पर्यावरण पर समुद्री कचरे के प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 5,900 से अधिक छात्रों की भागीदारी के साथ एक अखिल भारतीय अंतर-विद्यालय पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई है। लोगों को इसे रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करें।

लाइफ़ मिशन के माध्यम से, पर्यावरण के अनुरूप टिकाऊ जीवन शैली को बढ़ावा देना – प्रधानमंत्री के दूरदर्शी आह्वान को समुद्र तट सफाई अभियान के माध्यम से भी बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत द्वारा समर्थित ‘लाइफ़’ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) की अवधारणा इस कार्यक्रम में एक आवश्यक भूमिका निभाएगी, जो पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी और व्यवहार परिवर्तन पर केंद्रित है।

सामुदायिक भागीदारी के महत्व को स्वीकार करते हुए, इस अभियान में 10,000 से अधिक स्वयंसेवक भाग लेंगे, जिसमें अनेक हितधारक, स्थानीय समुदाय, सरकारें, स्थानीय प्रशासन, निजी संगठन/कॉर्पोरेट और तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और प्रबंधन के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन शामिल हैं। भारत की जी20 की अध्‍यक्ष्‍ता के तहत यह सबसे बड़ा जन भागीदारी अभियान है। भारत भी महासागरों के स्थायी प्रबंधन और समुद्री जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए जी20 देशों के बीच सहयोग बढ़ाना चाहता है। भारत की जी20 की अध्‍यक्षता के तहत समुद्र तट का सफाई अभियान, पर्यावरण से जुड़े मुद्दों का समाधान और एक टिकाऊ भविष्य को बढ़ावा देने में तटीय और समुद्री जीवन के संरक्षण के लिए भारत की प्रतिबद्धता का साक्षी है।

मुंबई में सबसे बड़े समुद्री तट सफाई अभियान के बाद ‘महासागर 20 संवाद’ पर विचार-विमर्श किया जाएगा, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, नीति, शासन और भागीदारी पर सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करने के लिए एक मंच, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला के लिए एक दीर्घकालिक और नीली अर्थव्यवस्था को बढ़ावा सुनिश्चित करने के लिए ब्लू फाइनेंस मैकेनिज्म है।

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