समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20नवंबर।गोवा में 20 से 28 नवंबर 2022 तक आयोजित होने वाले भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 53वें संस्करण में सुगम्यता प्रमुख विषेशताओं में से एक है। फिल्म महोत्सव के आयोजन स्थल को सुगम बनाने के लिए विभिन्न बुनियादी सुविधाओं के अलावा, इफ्फी में दिव्यांगजन विशेष खंड और विशेष शैक्षणिक सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि इस कार्यक्रम को फिल्म के लिए उत्साहित दिव्यांगजनों हेतु अधिक समावेशी एवं सुलभ बनाया जा सके।
इफ्फी में इस वर्ष दिव्यांगजन स्पेशल सेक्शन सिनेमा को सभी के लिए समावेशी और सुगम्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस खंड में, दिव्यांग दर्शकों के लिए फिल्म स्क्रीनिंग और आयोजन स्थल के बुनियादी ढांचे तथा प्रबंधन के प्रारूपों के संदर्भ में उनकी पहुंच की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से स्क्रीनिंग का आयोजन किया जाएगा।
इस खंड की फिल्मों में एम्बेडेड उपशीर्षक के साथ ही ऑडियो विवरण भी उपलब्ध कराया जायेगा। ऑडियो विवरण विशेष रूप से तैयार किए गए ऑडियो ट्रैक हैं, जो किसी भी फिल्म में दृश्य के बारे में उपलब्ध जानकारी का वर्णन करते हैं। दिव्यांग दर्शक उसी को सुन सकते हैं, जो फिल्म की सामग्री दर्शकों तक पहुंचाई जाती है, या फिर जो आसानी से दिव्यांगजनों तक पहुंचने योग्य नहीं है।
इसके अलावा, रिचर्ड एटनबरो की ऑस्कर विजेता फिल्म गांधी और अनंत नारायण महादेवन द्वारा निर्देशित द स्टोरीटेलर जैसी फिल्में, जिनका इफ्फी में ‘दिव्यांगजन’ खंड में प्रीमियर होगा, वे सभी एम्बेडेड ऑडियो विवरण तथा उपशीर्षक के साथ ऑडियो-विजुअल से सुसज्जित होंगी। यह उन्हें दिव्यांग फिल्म प्रशंसकों के लिए भी सुलभ बनाएगा और इससे समावेशिता की भावना में बढ़ेगी।
यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कि फिल्म बनाने की कला व प्रक्रिया सभी को सुलभ और उपलब्ध हो, भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) दिव्यांगजनों के लिए दो निःशुल्क पाठ्यक्रम आयोजित करेगा। ये कोर्स 21 से 28 नवंबर 2022 तक इफ्फी के 53वें संस्करण में एक भाग के रूप में उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इनमें ऑटिज्म से पीड़ित लोगों के लिए स्मार्टफोन फिल्म बनाने का एक बुनियादी कोर्स और व्हीलचेयर में बैठे लोगों के लिए स्क्रीन एक्टिंग का आधारभूत कोर्स शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की सामग्री के अलावा, दिव्यांगजनों की विशेष जरूरतों के लिए आयोजन स्थल के बुनियादी ढांचे को भी नया रूप दिया गया है। ईएसजी और अन्य स्थानों के परिसर जहां पर भी फिल्मों की स्क्रीनिंग की जा रही है, उन्हें रैंप, हैंडरेल, दिव्यांगजनों के अनुकूल स्पर्शनीय मार्ग, पार्किंग स्थल, रेट्रोफिटेड शौचालय, ब्रेल में साइनबोर्ड आदि के प्रावधानों के साथ सुगम बनाया गया है।
पृष्ठभूमि:
एक्सेसिबिलिटी इंडिया (सुगम्य भारत) अभियान तीन कार्यक्षेत्रों को लक्षित करने का वचन देता है -निर्मित पर्यावरण, परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र और सूचना एवं संचार पारिस्थितिकी तंत्र।
इस अभियान के तहत भारत में परिवहन, सार्वजनिक स्थान, पर्यटन स्थल, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी को अलग-अलग दिव्यांगजनों के लिए सक्षम बनाना शामिल है।
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