समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 मार्च। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू), प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीएमबीआई) और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत 5वां जन औषधि दिवस 2023 मना रहा है। इस अवसर पर पूरे देश में बड़े जोश और उत्साह के साथ समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम की शुरुआत पहली मार्च को देश भर में जन औषधि जन चेतना अभियान के साथ हुई थी।
उत्सव का दूसरा दिन जन औषधि प्रतिज्ञा यात्रा के रूप में आयोजित किया गया। ऐसी कई पद यात्राएं गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाओं के उपयोग हेतु प्रचार-प्रसार के संदेश के साथ निकाली गईं। ये किफायती दवाएं 9000 से अधिक जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध हैं, जो देश के प्रमुख शहरों में कार्यान्वित हो चुके हैं।
ये पद यात्राएं लोगों में जेनेरिक दवाओं के प्रति जन उत्साह पैदा करने के उद्देश्य से निकाली गईं। इन पद यात्राओं में जन औषधि केंद्रों, नागरिकों, स्कूली बच्चों आदि ने जन औषधि टी-शर्ट और टोपी पहनकर भाग लिया। कुछ राज्यों में पद यात्राओं को ड्रम जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ निकाला जा रहा है। ऐसी पद यात्राओं को निकालने का मकसद जन औषधि जेनेरिक दवाओं तक आसान पहुंच बनाने के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के बारे में आवश्यक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करना है।
सरकार ने दिसंबर 2023 के अंत तक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों (पीएमबीजेके) की संख्या बढ़ाकर 10,000 करने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत उपलब्ध दवाओं के दाम ब्रांडेड दवाओं की कीमतों से 50% से लेकर 90% तक कम हैं। वित्तीय वर्ष (2021-22) के दौरान, पीएमबीजेपी ने चालू वित्त वर्ष में 1100 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री की है, जिससे नागरिकों को लगभग 6600 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं बच्चों के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके और 9000 से अधिक केंद्रों, हितधारकों, जन औषधि मित्रों, डॉक्टरों तथा आम जनता को शामिल करने के लिए सप्ताह भर तक चलने वाले समारोह आयोजित करने की तैयारी की गई है।
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