समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 15 जून: रविवार की दोपहर लखनऊ का डिफेंस एक्सपो मैदान सिर्फ एक भव्य सरकारी आयोजन का स्थल नहीं था, बल्कि वह स्थान था जहां 60,244 युवाओं के सपनों को पंख मिले। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग कोनों से आए नवचयनित महिला और पुरुष सिपाही, गर्व और आत्मविश्वास के साथ अपने भविष्य की ओर पहला कदम रख रहे थे।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और दोनों उपमुख्यमंत्री, जिनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को राज्य और देश—दोनों के लिए ऐतिहासिक बना दिया।
गृहमंत्री अमित शाह की भावुक अपील: “अब न पर्ची, न खर्ची”
गृहमंत्री अमित शाह जब मंच से बोले तो उनकी बातों में आत्मीयता, आत्मविश्वास और बदलाव की गूंज थी। उन्होंने कहा,
“आज यूपी के इतिहास का वो दिन है, जब बिना एक पैसा खर्च किए, बिना किसी सिफारिश के, सिर्फ योग्यता के दम पर 60,244 युवा पुलिस बल में शामिल हुए हैं।”
उन्होंने बताया कि कैसे पहले यूपी की कानून-व्यवस्था की हालत चिंताजनक थी, लेकिन योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अपराध पर नकेल और भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आई।
सीएम योगी: “हमने बिना रुके, बिना झुके काम किया”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भर्ती कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी की 11 वर्षों की सुशासन यात्रा का हिस्सा है। उन्होंने यह भी बताया कि बीते आठ वर्षों में 8.5 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां उत्तर प्रदेश में दी गई हैं।
“यूपी सबसे बड़ा राज्य है, यहां चुनौतियां भी सबसे अधिक हैं। लेकिन हमने ईमानदारी, समर्पण और स्पष्ट नीति से काम करके दिखाया है।”
उन्होंने युवाओं को कर्तव्यपथ पर डटे रहने और अपने आचरण से पुलिस की छवि को बदलने का संदेश भी दिया।
एक नई शुरुआत: मुस्कान और उम्मीद का दिन
कार्यक्रम में जब सबसे पहले सत्यम नायर को मंच पर बुलाकर नियुक्ति पत्र सौंपा गया, तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। उनके साथ सैकड़ों युवाओं ने मंच पर आकर अपने-अपने पत्र लिए। आंखों में चमक, चेहरे पर गर्व और दिलों में सेवा का संकल्प था।
12,048 महिला सिपाहियों के चयन ने यह भी दिखाया कि यूपी पुलिस अब जेंडर इक्विटी की दिशा में गंभीर और सशक्त कदम उठा रही है।
“पहले पैसे देकर नौकरी मिलती थी, अब योग्यता से”: केशव मौर्य
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा,
“अब वो दिन चले गए जब बिना पैसे कोई भर्ती नहीं होती थी। आज कोई नकल माफिया नहीं, कोई दलाली नहीं। सब कुछ पारदर्शी और मेरिट के आधार पर हो रहा है।”
सिस्टम में बदलाव के संकेत
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में:
- 8 नई फोरेंसिक लैब बन चुकी हैं
- 60,000 से अधिक युवाओं के लिए ट्रेनिंग क्षमता विकसित की गई है
- सभी 75 जिलों में साइबर क्राइम थाने संचालित हो रहे हैं
यह सब उत्तर प्रदेश को एक आधुनिक, तकनीकी और सुरक्षा-केंद्रित राज्य में बदलने की योजना का हिस्सा है।
सिर्फ नौकरी नहीं, ये है नए उत्तर प्रदेश की नींव
आज का दिन सिर्फ नौकरी पाने का नहीं था, बल्कि नई व्यवस्था, नए विश्वास और नई पीढ़ी के जिम्मेदार नागरिकों को सशक्त करने का दिन था।
उत्तर प्रदेश आज उस रास्ते पर है जहां न सिर्फ कानून का शासन स्थापित हो रहा है, बल्कि योग्यता, समर्पण और ईमानदारी को ही असली पहचान दी जा रही है। और यही है ‘नया भारत, नया उत्तर प्रदेश’।
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