‘हिम्मत है तो विधानसभा भंग कर चुनाव करा लें उनकी जमानत जब्त करा देंगे’: बिहार भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी
समग्र समाचार सेवा
पटना , 11अगस्त। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला. सम्राट चौधरी ने बिहार के मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत है तो विधानसभा भंग कर चुनाव करा लें, उनकी जमानत जब्त करा देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की याददाश्त और खराब हो गई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी शुक्रवार को अपनी नई टीम के सदस्यों के साथ सप्तमूर्ति पहुंचे, जहां सभी ने शहीदों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और श्रद्धांजलि दी. बिहार भाजपा सम्राट अध्यक्ष चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुत्र होने मात्र से सत्ता नहीं मिलने वाली है. इसके खिलाफ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान प्रारंभ किया है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि देश में अब न तुष्टिकरण चलेगा और न परिवारवाद. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा नेता ने जमकर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो विधानसभा भंग कर चुनाव करा लें, उनकी जमानत जब्त करा देंगे. भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार अब पॉपुलर नहीं रहे और अप्रासंगिक हो गए हैं. उन्होंने दावा के साथ कहा कि JDU का आने वाले चुनाव में खाता भी खुलने वाला नहीं है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा की कृपा से ही बढ़े थे और अब वह शून्य पर आउट होंगे. लोकसभा में राहुल गांधी के फ्लाइंग किस के मुद्दे पर चौधरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. राहुल गांधी ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है. लोकतंत्र में महिला का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि लोअर कोर्ट और हाईकोर्ट अहमदाबाद ने जो सदस्यता खत्म करने का फैसला दिया था वह ठीक ही था. ये उस लायक नहीं कि लोकसभा में बैठें.
बिहार में भाजपा ने बनाई नई टीम
मालूम हो कि 2 दिन पहले ही बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने प्रदेश पदाधिकारियों की टीम बनाई थी. उम्मीद की जा रही है कि इसी टीम के नेतृत्व में भाजपा बिहार में 2024 में लोकसभा और 2025 में विधानसभा चुनाव लडे़गी. माना जा रहा है कि इसी के मद्देनजर सभी जातियों के लोगों को इस टीम में स्थान दिया गया है. हालांकि टीम में सवर्ण नेताओं की संख्या अधिक है और एक भी अल्पंख्यक का नाम नहीं है.
नई टीम में पांच महामंत्री, 12 उपाध्यक्ष और 12 मंत्री बने हैं. एक मुख्यालय प्रभारी, दो सह-प्रभारी, एक कोषाध्यक्ष के अलावा दो सह-कोषाध्यक्ष भी हैं. एक नेता को कार्यालय मंत्री और दो को सह कार्यालय मंत्री बनाया गया है. नई टीम में कुल 38 नेताओं को जगह दी गई है. प्रदेश कमेटी में सामाजिक समीकरण का ख्याल रखा गया है, यही कारण है कि इसमें सवर्णों से लेकर पिछड़ों तक को जगह मिली है.
Comments are closed.