बद्रीनाथ धाम भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का प्रेरणास्रोत है – उपराष्ट्रपति धनखड़

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27अक्टूबर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी दो दिवसीय उतराखंड यात्रा के दूसरे दिन आज रुद्रप्रयाग पहुंचे जहां उन्होंने अपनी धर्मपत्नी डॉ.  सुदेश धनखड़ के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन किए।  धनखड़ ने केदारनाथ धाम में बाबा केदरनाथ का रूद्राभिषेक एवं जलाभिषेक कर देश की खुशहाली एवं जनकल्याण की कामना की। इस यात्रा में राज्यपाल ले.जन. (से.नि.) गुरमीत सिंह उनके साथ रहे। राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति को केदार पुरी में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों की जानकारी भी दी।

इस अवसर पर  धनखड़ ने मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों का अभिवादन किया। साथ ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा धाम में कठिन परिस्थितियों में किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की। अपने अनुभव को एक एक्स मीडिया पोस्ट में साझा करते हुए उपराष्ट्रपति ने लिखा-

“जय श्री केदार!

गढ़वाल हिमालय की गोद में, मंदाकिनी के तट पर केदारनाथ धाम में सदाशिव के दर्शन कर मन अभिभूत हो गया!

केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण धामसे मंदिर परिसर की सुगम्यता और सुंदरता में हुई वृद्धि सराहनीय है।

भक्तहितकारी और दया के सागर शिव सभी देशवासियों को सुख और समृद्धि प्रदान करें!”

उपराष्ट्रपति ने बद्रीनाथ धाम के दर्शन किये

केदार नाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के बाद उपराष्ट्रपति चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने भगवान बद्रीनाथ के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। दर्शन के उपरान्त उपराष्ट्रपति ने एक एक्स पोस्ट में लिखा –

“जय बद्री विशाल!!

उत्तराखंड में नर-नारायण की तपोभूमि बद्रीनाथ धाम के दर्शन किये, मन ऊर्जा से भर गया!

अलकनंदा के किनारे स्थित यह पवित्र धाम भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का प्रेरणास्रोत है।

भगवान बद्रीनाथ सबकी मनोकामनाएं पूरी करें!

देश में खुशहाली बनी रहे, प्रभु से यही प्रार्थना है!!”

इस अवसर पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल ले.जन. गुरमीत सिंह (से.नि.) भी उपराष्ट्रपति के साथ मौजूद रहे तथा उन्होंने बदरीनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण व विकास कार्यों से भी अवगत कराया।

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