केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का किया उद्घाटन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26नवंबर। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने साबरकांठा के सांसद दीपसिंह राठौड़, राज्यसभा सांसद, रमीला बेन बारा, स्थानीय जन प्रतिनिधि और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में दिव्याङ व्यक्तियों को सहायता और सहायक उपकरण वितरण करने के लिए ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का उद्घाटन किया।

भारत सरकार की एडीआईपी योजना के अंतर्गत 50 हजार से अधिक चिह्नित दिव्यांग लाभार्थियों को सहायता और सहायक उपकरणों के वितरण के लिए देश भर के 09 राज्यों में साबरकांठा सहित 19 अन्य स्थानों पर एक साथ आयोजित अन्य शिविरों को हिम्मतनगर (साबरकांठा) में वितरण शिविर को साथ ऑनलाइन जोड़ा गया था।

वितरण शिविरों का आयोजन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को), जो डीईपीडब्ल्यूडी के प्रशासनिक नियंत्रण में एक सार्वजनिक उपक्रम है के द्वारा संबंधित जिला प्रशासन के साथ मिलकर किया गया था।

इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारे मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांगजनों के सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विभिन्न केंद्रीकृत योजनाएं लागू कर रहा है और उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक समावेशी और सुलभ वातावरण तैयार कर रहा है।

विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर क्षेत्र में नई तकनीक के उपयोग पर बहुत जोर दिया है, तदनुसार मंत्रालय ने दिव्यांगजनों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सहायता और सहायक उपकरण बनाने की कई पहल की हैं, उन्होंने कहा कि विभाग अब अधिक सटीक और उन्नत कृत्रिम अंग बनाने के लिए 3डी स्कैनिंग तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और विभाग को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने के लिए साबरकांठा जिले में 3डी स्कैनिंग शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया, इसके साथ ही जिला इस तकनीक का लाभ उठाने वाला राज्य का पहला जिला होगा।

विभिन्न स्थानों पर एक साथ आयोजित वितरण शिविरों की श्रृंखला में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी (औरंगाबाद) में आयोजित मेगा शिविर में भाग लिया और ए. नारायणस्वामी ने आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में आयोजित शिविर में भाग लिया। वितरण शिविर के अन्य स्थानों में असम में बोंगाईगांव, नागांव, बिहार में सीवान, जहानाबाद, नालंदा, भागलपुर, गुजरात में वलसाड, महाराष्ट्र में सतारा, सांगली, यवतमाल, जालना, तमिलनाडु में कुड्डालोर, केरल में मलप्पुरम, उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर और पश्चिम बंगाल में मालदा शामिल हैं।

विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण वितरित किए गए हैं, जिनमें मोटर चालित ट्राइसाइकिल, हाथ से चलने वाली ट्राइसाइकिल, फोल्डिंग व्हीलचेयर, वॉकर, वॉकिंग स्टिक, ब्रेल किट, रोलर्स, बी.टी.ई. श्रवण यंत्र, सी.पी. कुर्सियाँ, सेंसर आधारित इलेक्ट्रॉनिक सुगम्य छड़ी, स्मार्टफोन, ब्रेल किट, ए.डी.एल. किट (कुष्ठ रोग के लिए सहायक), और विकलांग व्यक्तियों के लिए कृत्रिम अंग और कैलीपर्स शामिल हैं।

इन शिविरों के आयोजन का उद्देश्य पूरे देश में एक समावेशी समाज की सोच का निर्माण करना है, जो दिव्याङजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सशक्त और सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित कर सकें। इसका उद्देश्य दिव्याङजनों को समान अवसर प्रदान करना है, जिससे वे उत्पादक, सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें। इन सहायक उपकरणों का उद्देश्य समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए लाभार्थियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है।

Comments are closed.