धर्मेंद्र प्रधान ने 65 जिला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को शैक्षिक प्रशासन में नवाचार और अच्छे काम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 दिसंबर। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देश भर के 65 उत्कृष्ट जिला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को शैक्षिक प्रशासन में नवाचार और उनके उत्तम कामों (2020-21 और 2021-22) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (एनआईईपीए) के चांसलर महेश चंद्र पंत; स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार; एनआईईपीए के वाइस चांसलर प्रो. शशिकला वंजारी; और शिक्षा मंत्रालय के अन्य अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। एनआईईपीए में निदेशक (योजना और विकास) और शैक्षिक प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. कुमार सुरेश ने कार्यक्रम की जानकारी दी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने सभी पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई दी। मंत्री ने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाने के प्रति इन शिक्षकों के जुनून और स्कूलों में सीखने को और अधिक जीवंत बनाने की दिशा में उनके अभिनव प्रयासों की सराहना की। धर्मेंद्र प्रधान ने देश भर से नवीन शैक्षिक पहलों और सर्वोत्तम काम को साझा करने और मान्यता देने के लिए एक मंच बनाने के लिए एनआईईपीए को बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एनआईईपीए जमीनी स्तर पर एनईपी के अक्षरशः कार्यान्वयन में तेजी लाने के साथ-साथ स्कूल प्रशासकों की क्षमता निर्माण के लिए भी प्रयास करेगा।

धर्मेंद्र प्रधान ने एनईपी 2020 के सार के अनुरूप हमारी ‘अमृत पीढी’ को वैश्विक नागरिकों में बदलने के साथ-साथ 2047 तक ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए मिशन और उद्देश्य की भावना के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।

एक करोड़ शिक्षकों और 26.0 करोड़ छात्रों वाली भारतीय शिक्षा प्रणाली की विशालता पर प्रकाश डालते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने प्रणाली में नेतृत्व, नवाचार, अच्छी प्रथाओं की शुरुआत आदि की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा प्रशासकों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर प्रकाश डाला क्योंकि उन पर मानव संसाधनों को संभालने की जिम्मेदारी है और उन्हें अपने नए काम के सफल कार्यान्वयन के लिए खुद पर कुछ आचार संहिता लगानी चाहिए।

एनआईईपीए ने जिला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों के लिए शैक्षिक प्रशासन में नवाचार और अच्छे कार्यों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना की है। यह योजना शिक्षा की सार्वजनिक प्रणाली के कामकाज में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और अच्छे कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए 2014 में शुरू की गई थी। समग्र उद्देश्य शैक्षिक प्रशासन के क्षेत्र स्तर पर शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और अच्छे कार्यों की एक संस्कृति और ईकोसिस्टम तैयार करना है।

पुरस्कारों के उद्देश्यों में जिला और ब्लॉक स्तर पर शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और अच्छी प्रथाओं का दस्तावेजीकरण और प्रसार करना भी शामिल है। चयनित अधिकारियों को नई दिल्ली में एनआईईपीए द्वारा शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और अच्छी प्रथाओं पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के साथ राष्ट्रीय पुरस्कार प्रस्तुति समारोह में पुरस्कार/प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। उम्मीदवारों को सम्मेलन में भाग लेने और अपने नवाचार प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

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