नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरोस्पेस निर्माताओं से भारत में आपूर्ति श्रृंखला विनिर्माण गतिविधि बढ़ाने के लिए कहा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13दिसंबर। भारत के एयरोस्पेस विनिर्माण और रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के अंतर्गत, नागर विमानन और इस्पात मंत्री, ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने एयरोस्पेस विनिर्माण की बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मदद के लिए भारत सरकार के प्रत्येक विभाग से उनकी आवश्यकताओं को रेखांकित करते हुए एक सहयोगी योजना पेश करने का आग्रह किया, ताकि उन्हें भारत में एयरोस्पेस विनिर्माण के लिए आपूर्ति श्रृंखला का विस्तार करने में सहायता मिल सके।

एयरोस्पेस निर्माताओं और रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) की सलाहकार समूह की बैठक के दौरान, नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) के साथ उनकी परिचालन और कराधान चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने चुनिंदा कराधान और नियामक मुद्दों पर फिर से विचार करने और रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) के लिए अधिक वित्तीय व्यवहारिकता की दिशा में सामूहिक रूप से काम करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने भारत को विमानन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने और एक मजबूत और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी विमानन इकोसिस्टम बनाने के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

बैठक में एयरबस, बोइंग, सफरान, मैक्स एयरोस्पेस, जीएमआर एमआरओ, भारत फोर्ज, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स, आरटीएक्स, एचएएल, एआईईएसएल, प्रैट एंड विटनी, एयर वर्क्स, ताज एयर, बर्ड एक्जीक्यूटिव, इन्वेस्ट इंडिया और सीआईआई जैसी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक में केंद्रीय विमानन और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह, नागर विमानन मंत्रालय (एमओसीए) के सचिव वुमलुनमंग वुअल्नम और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण (एएआई), बीसीएएस और एमओसीए के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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