ढब्बू जी बनाने वाले आबिद सुरती जबलपुर में

पंकज स्वामी
जबलपुर.30 दिसम्बर। धर्मयुग पत्रिका के लिए आबिद सुरती ने आम आदमी को चित्रित करती हुई एक कार्टून स्ट्रिप बनायीं थी, जो प्रसिद्ध पत्रिका का एक लोकप्रिय अंग बन गया था। छोटी कद-काठी के और ऊपर से लेकर नीचे तक काले लबादे में ढंके ढब्बू जी ने अपने व्यंग और कटाक्ष से पाठको का दिल जीत लिया था। “ढब्बू जी की वेशभूषा आबिद सुरती साहब ने अपने वकील पिता से ली थी और ढब्बू जी का आगमन एक गुजराती अख़बार / पत्रिका से हुआ था। ढब्बू जी धर्मयुग में कैसे आये इसके पीछे भी एक रोचक वाकया है, दरअसल, धर्मयुग के संपादक धर्मवीर भारती उस समय एक जाने-माने कार्टूनिस्ट की रचना अपनी पत्रिका में प्रकाशित करने की सोच रहे थे जिसमे कुछ हफ़्तों की देरी थी जिसे भरने के लिए उन्होंने आबिद साहब को उन कुछ हफ़्तों के लिए कुछ बनाने को कहा। इस एकदम से मिली पेशकश के चलते आबिद साहब को कुछ और नहीं सूझा तो उन्होंने अपने पुराने चरित्र को एक नया नाम ढब्बू जी देकर ‘धर्मयुग’ में छपवाना शुरू कर दिया और जो चरित्र सिर्फ कुछ हफ़्तों के लिए फ़िलर की तरह इस्तेमाल होना उसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ी की वो पत्रिका का एक नियमित फीचर बन गया”। आबिद सुरती ने धर्मयुग के लिए ढब्बू जी कार्टून स्ट्रिप 30 से ज्यादा सालों तक बनाई।

Abid Surti, creator of Dhabbu Ji, in Jabalpur

वन मैन एनजीओ
सत्तर वर्षीय लेखक और कलाकार आबिद सुरती ड्रॉप डेड फाउंडेशन (ddfmumbai.org) के संस्थापक हैं, जो एक गैर सरकारी संगठन (गैर सरकारी संगठन) है जो मुंबई, भारत के घरों में लीकेज जैसी छोटी पाइपलाइन समस्याओं की मुफ्त में मरम्मत कर के सामाजिक सरोकार से जुड़े हुए हैं।

इन दिनों आबिद सुरती जबलपुर के प्रवास पर हैं। वे 30 दिसंबर तक जबलपुर में रहेंगे। #पंकज स्वामी

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