बिहार अपडेट: भूपेश बघेल को पटना भेजेगी कांग्रेस, आरजेडी विकल्प के तलाश में; तेजस्वी बोले- हमने नीतीश की कद्र की
समग्र समाचार सेवा
पटना, 27 जनवरी।बिहार में एक बार फिर सियासी उठापटक जारी है. संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार गठबंधन छोड़ एक बार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं और बीजेपी के साथ बिहार में नई सरकार बनाएंगे. इन ख़बरों ने न सिर्फ बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन को झटका दिया है, बल्कि लोकसभा चुनाव के लिए बन रहे इंडिया गठबंधन को भी चोट पहुंचाई है. इस बीच कांग्रेस ने नीतीश कुमार को लेकर बयान दिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश कुमार से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फ़ोन पर बात करने की कोशिश की है, लेकिन अब तक कोई बातचीत नहीं हो पाई है.
RJD की मीटिंग हुई
इस बीच RJD ने अपने विधायकों के साथ मीटिंग की. मीटिंग में लालू यादव, तेजस्वी यादव और मनोज झा सहित पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता मौजूद रहे. यहाँ तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने नीतीश कुमार की भावनाओं की कद्र की. उन्हें कभी आहत नहीं होने दिया. ऐसे में वह नाराज क्यों हैं, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है.
सभी विकल्पों की चर्चा
वहीं, आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि पार्टी की मीटिंग बहुत सकारात्मक रही. सभी विधायकों और विधान परिषद् सदस्यों ने हाथ उठाकर लालू यादव का समर्थन किया. सरकार बचाने के लिए जितने भी विकल्प हो सकते हैं, उन पर चर्चा की गई है.
पटना जा रहे भूपेश बघेल
जयराम रमेश ने कहा- बिहार में नये मंत्रिमंडल के गठन की बात हो रही है. भूपेश बघेल जी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. मेरी जानकारी के मुताबिक बघेल जी आज रात ही पटना पहुंच जाएंगे.” उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और जनता दल (यूनाइटेड) अध्यक्ष नीतीश कुमार ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे.
नीतीश कुमार से कांग्रेस कर रही संपर्क की कोशिश
भाजपा नीत NDA में JDU के लौटने की खबरों पर जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बिहार के मुख्यमंत्री से बातचीत करने के लिए प्रयासरत हैं. अब तक संपर्क नहीं हो पाया है. नीतीश कुमार जी के निमंत्रण पर 23 जून को विपक्षी दलों की (पटना में) बैठक हुई थी. दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई, जहां गठबंधन को ‘इंडिया’ नाम दिया गया. बेंगलुरु बैठक में नीतीश जी की भूमिका महत्वपूर्ण थी. मुंबई में हुई बैठक में भी बिहार के मुख्यमंत्री का योगदान महत्वपूर्ण था.” जयराम रमेश ने कहा कि ‘इंडिया’ की बैठकों में नीतीश का भाजपा के खिलाफ कड़ा रुख रहा था.
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