समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6मार्च। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट के बीच चल रही बयानबाजी पर विराम लग गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वहां मंगलवार शाम से डेरा जमा रखा था। बुधवार को राज्य में एनडीए के घटक दलों यानी भाजपा, शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजीत पवार के बीच समझौता हो गया। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा बाकी है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन से जुड़े महाविकास अघाड़ी (एमवीए) दलों यानी कांग्रेस, शिवसेना उद्धव, एनसीपी शरद पवार और प्रकाश अंबेडकर की वंचित अघाड़ी के बीच भी बैठक हुई। जिसके पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं। यूपी, बिहार के बाद महाराष्ट्र में लोकसभा की सबसे ज्यादा 48 सीटें हैं।
भाजपा के बारे में मुंबई से खबर है कि वो 29 से लेकर 32 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि ज्यादातर मीडिया सूत्रों ने भाजपा के खाते में 32 सीटें बताई हैं। लेकिन रिपब्लिक भारत का कहना है कि शिवसेना शिंदे गुट के कड़े रुख की वजह से भाजपा को 29 सीटें मिली हैं।
शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता जब अधिक सीटों को लेकर बयान देने लगे तो अमित शाह मंगलवार शाम को मुंबई पहुंचे। वहां उन्होंने गठबंधन सहयोगियों के नेताओं के साथ देर रात तक बैठक की। बुधवार फिर सुबह बैठक हुई। इस बैठक के बाद मीडिया में सीट शेयरिंग को लेकर खबरें आने लगीं। हालांकि इस बयानबाजी से पहले डिप्टी सीएम और प्रमुख भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बयान दिया था कि भाजपा 26 सीटों पर लड़ेगी। 2019 का चुनाव भाजपा ने अविभाजित शिवसेना के साथ मिलकर 41 सीटों पर लड़ा था, जिसमें भाजपा को 23 और उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं। उद्धव अब शिवसेना यूबीटी के साथ एमवीए में हैं।
एनडीए के बाकी दलों को कितनी सीटें
महाराष्ट्र में भाजपा के सहयोगी दलों में शिवसेना शिंदे गुट 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। हालांकि कुछ सीटों पर अभी भी गतिरोध से इनकार नहीं किया जा सकता। इसीलिए औपचारिक घोषणा अभी रोक ली गई है। इसी तरह एनसीपी अजीत पवार को 6 से 8 सीटें देने की बात भाजपा की ओर कही गई है। इनमें ज्यादातर सीटें शहरी इलाकों की हैं। इसलिए भाजपा की ओर से स्थिति बहुत साफ नहीं की गई है। क्योंकि एनसीपी महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों पर पकड़ रखने वाली पार्टी मानी जाती है। लेकिन अजीत पवार को जो पार्टी मिली है, उसके नेताओं की पकड़ शहरों में ज्यादा है। उधर भाजपा भी शहरी पकड़ वाली पार्टी है। कुल मिलाकर औपचारिक घोषणा तक
सूत्रों ने बताया कि एमवीए दल 20-18-10 के फॉर्मूले पर अपनी बातचीत आगे बढ़ा सकता हैं। जिसमें से उद्धव ठाकरे की पार्टी 20 सीटों पर, कांग्रेस 18 सीटों पर और शरद पवार की पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। उद्धव अपने हिस्से की सीटों में से दो सीटें प्रकाश अंबेडकर की वंचित अघाड़ी को दे सकती है। जिन प्रकाश अघाड़ी को मीडिया का एक हिस्सा पहले नाराज बता रहा था, उन्होंने बुधवार को बैठक के बाद कहा कि एमवीए दलों की बातचीत बहुत पॉजिटिव रही। जल्द ही घोषणा की जाएगी।
इनपुट- एजेंसी
Comments are closed.