महिला सांसद के ऊपर लात घूंसे बरसा कर मौन मुद्रा में इंडी अलायंस: अनुराग ठाकुर
कांग्रेस और विकास का दूर-दूर तक कोई नाता नहीं: अनुराग ठाकुर
समग्र समाचार सेवा
शिमला,17मई। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि नारी सशक्तिकरण भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकताओं में है लेकिन इंडी अलायंस आए दिन महिलाओं को प्रताड़ित अपमानित करने वालों को पोषण और संरक्षण देने का काम करती है। अनुराग ठाकुर ने आज हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के धर्मपुर मंडल में एक दर्जन से अधिक जन संपर्क कार्यक्रमों के भाग लिया। इस दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए व जनसभा को को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा।
अनुराग ठाकुर ने कहा, महिलाओं का सम्मान और नारी सशक्तिकरण भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकताओं में है। मोदी जी ने ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम लागू किया जिससे संपूर्ण देश के विधानसभाओं और लोकसभा में हमारी माताओं बहनों को 33% आरक्षण मिलेगा। इससे पहले भी हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल जी ने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया था। हमने अपने संगठन में भी महिलाओं को 25% आरक्षण दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने माताओं बहनों को देश का प्रमुख अमृत स्तंभ कहा है और पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में उनके सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। हम वूमेन डेवलपमेंट नहीं वूमेन लेड डेवलपमेंट को मानने वाले लोग हैं लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व में इंडी अलायंस आए दिन महिलाओं को प्रताड़ित अपमानित करने वालों को पोषण और संरक्षण देने का काम करती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर, मुख्यमंत्री के सामने, उनकी हीं पार्टी की महिला सांसद के ऊपर मुख्यमंत्री लात घूसे चलाए लेकिन इस पर कारवाई करने की बजाय पूरे इंडी अलायंस ने मौन धारण किया हुआ है। यह बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस दिल्ली में निर्भया कांड हुआ और महिला अपराधों के खिलाफ सख्त नियम कानून बनाए गए, वहां आज नियम कानून बनाने वाले हीं अपनी हीं महिला सांसद के ऊपर शारीरिक हिंसा कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ पूरा इंडी गठबंधन आज इस प्रकरण पर चुप है। संदेशखली की महिलाओं की चीख पुकार भी इनके कानों तक इसी प्रकार नहीं पहुंच रही थी। महिला सम्मान का ढोंग रचने वाले विपक्षी आज जनता के सामने पूरी तरह से एक्सपोज़ हो चुके हैं। यह लोग अपनी ही महिला सांसद के खिलाफ हुए अत्याचार पर खड़े नहीं हो सकते तो आम जनता के लिए क्या खड़े होंगे? इंडी गठबंधन बताए की आखिर उनकी कौन सी मजबूरी है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों को संरक्षण देना जरूरी है?”
अनुराग ठाकुर ने आगे इंडी गंठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि “चुनाव से पहले ही भ्रष्टाचारियों के इस अनैतिक गठजोड़ में मोटी मोटी गाठें पड़ चुकी थी लेकिन चुनाव के बीच तो इनका गठबंधन ताश के पत्तों की तरह बिखर चुका है। पंजाब में कांग्रेस अलग लड़ रही है, आम आदमी पार्टी अलग लड़ रही है। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस अलग लड़ रही है, कांग्रेस अलग लड़ रही है। उधर वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ वाम दलों ने अलग से मोर्चा खोल रखा है। पंजाब में जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस वाले एक दूसरे के कपड़े फाड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर बंगाल में तो कांग्रेस के एक कद्दावर नेता कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस को वोट देने से अच्छा है भाजपा को वोट दे दो। दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और आधी पार्टी, आम आदमी पार्टी के साथ गठजोड़ के विरोध में इस्तीफा दे गए। इतना सब होने के बाद भी यह लोग 5 वर्षों में 10 प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रहे हैं। ये कभी पूरा नहीं होगा।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस का विकास से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नाता नहीं है इसीलिए उनकी प्राथमिकता तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति रहती है। कर्नाटक में बम ब्लास्ट होते हैं, कांग्रेस काउंसलर की बेटी की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी जाती है, असेंबली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं। लेकिन वहां की निकम्मी सरकार इन आरोपियों को पकड़ने और इनपर कारवाई करने की बजाय तुष्टिकरण की राजनीति में लगी रहती है। ऐसे लोगों का देश की सत्ता के बारे में सोचना मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा है क्योंकि देश की जनता इन्हें सपने में भी भारत में सरकार बनाने नहीं देगी।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी है तब तक हम भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू नहीं होने देंगे। कांग्रेस वाले आज डीप फेक का प्रयोग कर झूठा प्रचार कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण और संविधान विरोधी है। लेकिन उनका अपना काला चिट्ठा बताता है की कांग्रेस पार्टी ने 62 बार संविधान में संशोधन किया। अपनी राज्य सरकारों में एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण काटकर मुसलमानों को दिया। इन्होंने देश में इमरजेंसी लगाई और शाह बानो केस में सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को बदला। बिना किसी पद पर रहे, सरेआम ऑर्डिनेंस फाड़ने वाले आज हमें लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों पर ज्ञान बांट रहे हैं। क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इतना झूठ बोलते हुए तनिक भी शर्म नहीं आती? राहुल गांधी जनता को क्यों नहीं बताते की इनके मेंटर सैम पित्रोदा ने हिंदुओं की संपत्ति छीन कर अपने वोट बैंक को देने की बात क्यों की? कांग्रेस के लोग गाहे बगाहे पाकिस्तान प्रेम क्यों दिखाते रहते हैं? कांग्रेस आखिर भारत से परमाणु हथियारों को क्यों खत्म करना चाहती है? कांग्रेस अगर देश हित में कुछ नहीं कर सकती तो देश को तोड़ने वालों के साथ क्यों खड़ी हो जाती है? देश जानना चाहता है की आखिर इनकी मंशा क्या है?”
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