संतों एवं कथा वाचकों से किया आग्रह, कहा- हिंदू को संगठित करने के लिए धरातल पर उतरे, भारतीय परंपरा को जगावे

समग्र समाचार सेवा
दरभंगा ,15 जुलाई । 12 जुलाई, शुक्रवार को विश्व हिंदू सम्मेलन मिथिला का आयोजन गोई मिश्रा लगमा, थाना घनश्यामपुर, जिला दरभंगा, बिहार में श्री रामेश्वर नाथ महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार की बेला पर डॉ शशि नाथ झा पूर्व कुलपति कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।

मुख्य अतिथि के रूप में श्री राम आश्रम (कनक भवन के बगल में) अयोध्या के स्वामी जय राम दास जी महंत ने अपने विचार व्यक्त करते हुए भव्य भारत के निर्माण में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए पूज्य शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।

संतों एवं कथा वाचकों से आग्रह किया हिंदू को संगठित करने के लिए धरातल पर उतरे, भारतीय परंपरा को जगावे उनका कहना था सिर्फ मठ मंदिर बनने से शिष्यों को दीक्षा देने से हिंदुत्व नहीं बचेगा, इसलिए उन लोगों को आगे आकर जमीन पर काम करना पड़ेगा।

नेपाल पोखरा से पधारे हुए विश्व हिंदू महासंघ नेपाल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शंकर कराल ने नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करवाने के अपने प्रयासों पर विस्तृत जानकारी दिया । उन्होंने कहा दो महीना के अंदर ही नेपाल में सभी हिंदूवादी संगठन संगठित होकर व्यापक आंदोलन हिंदू राष्ट्र के लिए करेंगे।

बीरगंज नेपाल से आए हुए डॉक्टर अनिल झा जी ने नेपाल में शंकराचार्य जी महाराज के द्वारा संस्थापित परिषद परिषद एवं आदित्य वाहिनी नेपाल के द्वारा नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने के प्रयास के बारे में जानकारी दी। पोखराम के डॉ रमाशंकर दास जी ने हिंदुओं को संगठित करने के लिए इस तरह के आयोजन सभी क्षेत्रों में हो, उस पर बल दिया ।

पीठ परिसद बिहार के श्री राजाराम शर्मा गया ने शंकराचार्य जी के अभियान को तन मन धन से सहयोग करने का लोगों से निवेदन किया ।
रामकृपाल दास जगदीश नारायण ब्रह्मचारी स्थान लगमा के महंत ने भी कार्यक्रम के सफलता के लिए लोगों को धन्यवाद दिया ।
प्रोफेसर डॉक्टर श्री शंकर झा ने भारत सरकार पर हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए व्यापक आंदोलन करने का विचार व्यक्ति किया ।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉक्टर रामसेवक ठाकुर ने संयोजक श्री प्रेमचंद्र झा जी से अपील किया कि ऐसे आयोजन से हिंदुओं में जनजाति होगी, लोगो पर व्यापक असर पड़ेगा। कार्यक्रम के संयोजक श्री प्रेमचंद्र झा ने सनातन मान बिंदुओं के रक्षा के लिए गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के अभियान को जन जन तक पहुंचाने के लिए माता एवं बच्चों में भारतीय परंपरा एवं सनातन संस्कृति के लिए निवेदन किया। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम में देश-विदेश के बहुत सारे हिंदू संगठनों द्वारा सराहना किया गया, शुभकामना भेजा गया, क्योंकि विश्व में पहला प्रयास है हिंदुओं को जागृत करने के लिए गांव में प्रयास किया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य है आज भी भारत में 80 पर्सेंट लोग गांव में रहते हैं यदि भारत का गांव जाग गया वह दिन दूर नहीं जव भारत हिंदू राष्ट्र होगा एवं सनातन परंपरा से शासन होगा।

इस कार्यक्रम में देश-विदेश से कई प्रतिनिधि भाग लिए जिसमें सिद्धार्थ मिश्रा लिथुआनिया, अनु भारद्वाज पुणे महाराष्ट्र, अशोक तिवारी बोकारो झारखंड, आदित्य विक्रम झा कोलकाता, पुरुषोत्तम मिश्रा अयोध्या, ओम तिवारी लखनऊ,बवुआ जी अयोध्या, दीपक श्रेष्ठ नेपाल, कंचन मिश्रा लिथुआनिया, मनमोहन जी नेपाल, कृष्ण भारद्वाज पुणे महाराष्ट्र, डॉ घनश्याम झा ,विष्णु कांत झा, अमरनाथ झा, गोपाल जी झा, पीतांबर झा ,बबलुकांत झा, कमलेश झा, धनंजय शर्मा, राजीव सिंह, रमन खान, सुखन चौपाल सरपंच ,कांति शर्मा, विकास चौधरी ,पवन कुमार झा, धीरेंद्र झा मुखिया, डॉ जयप्रकाश, देवेंद्र झा, पलटु झा ,इंद्र कुमार झा, अमरनाथ मिश्रा, सुबोध झा, मनोज कुमार शर्मा ,श्याम जी झा, मोहन झा, मणिकांत झा, बिंदेश्वर झा, दिगंबर झा, दिनेश झा, राम चल झा ,धीरज झा एवं अन्य काफी सक्रिय रहे । मैथिली गायक ऋषभ भारद्वाज एवं हिंदी के गायक श्री गोपाल जी ने लोगों को अपने भजन से धर्म एवं राष्ट्र के प्रति प्रोत्साहित किया। अनेक देशों से हिंदू संगठनों ने विश्व हिंदू सम्मेलन मिथिला के सफलता के लिए शुभकामना दिए एवं ऐसे कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा शहर एवं गांव में करके भारत सरकार पर हिंदू राष्ट्र घोषित करवाने का प्रयास करें.

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