जुएल ओराम ने अगले 100 दिनों के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय की योजनाओं और प्रमुख पहलों की प्रगति की समीक्षा की
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19जुलाई। नई दिल्ली में एक दिवसीय बैठक में केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम और राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने मंत्रालय की योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की तथा अगले 100 दिनों के लिए मंत्रालय की प्रमुख पहलों पर रणनीति बनाई।
इस बैठक की शुरुआत मंत्रालय की योजनाओं और पहलों पर एक व्यापक प्रस्तुति के साथ हुई, जिसके बाद बजट का अवलोकन किया गया।
बैठक में चर्चा की गई प्रमुख योजनाएं और पहल इस प्रकार थीं:
• जनजातीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना
• प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन)
• प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना (पीएमएएजीवाई)
• एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस)
• आजीविका योजनाएं
• संविधान के अनुच्छेद 275 (1) के प्रावधान के तहत अनुदान
• जनजातीय अनुसंधान संस्थानों (टीआरआई) को सहायता
• स्वैच्छिक संगठनों (एनजीओ) को सहायता
• स्वास्थ्य क्षेत्र में की गई प्रमुख पहल, और
• मंत्रालय के विभिन्न प्रभागों द्वारा संभाले जाने वाले अन्य सहायक मामले
जुएल ओराम ने समावेशी और समतामूलक समाज को बनाने में इन पहलों के महत्व पर जोर दिया। दुर्गादास उइके ने इन भावनाओं को पुनःव्यक्त करते हुए, इन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डाला। सचिव (जनजातीय कार्य),विभु नायर ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर समय पर और इन पहलों का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए बहुमूल्य जानकारी और विस्तृत योजनाएं प्रदान कीं।
इस बैठक का समापन जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु अथक प्रयास करने की मंत्रालय की सर्वसम्मत प्रतिबद्धता के साथ हुआ।
Comments are closed.