समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3अगस्त। संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने शुक्रवार को संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर के साथ मिलकर सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) के दिल्ली परिसर में नेटवर्क संचालन केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र देश में दूरसंचार नेटवर्क में साइबर खतरों की पहचान और निगरानी के लिए स्वदेशी तरीके से विकसित सुरक्षा अवसंरचना है।
साइबर सुरक्षा में नई उपलब्धियां
इस केंद्र के माध्यम से मैलवेयर, रैनसमवेयर, डीओएस, डीडीओएस, डीएनएस एम्पलीफिकेशन, दुर्भावनापूर्ण डोमेन संचार जैसी विभिन्न साइबर खतरों की पहचान और निगरानी सक्रिय रूप से की जा सकेगी। यह केंद्र देश की साइबर सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा।
5जी कॉल का सफल प्रदर्शन
इस अवसर पर संचार मंत्री सिंधिया ने बीएसएनएल के लाइव नेटवर्क में पायलट 5जी कॉल की। यह 5जी कॉल स्वदेशी रूप से विकसित 5जी रेडियो और 5जी कोर (एनएसए) का उपयोग करके की गई थी। इस सफलता को देश की दूरसंचार प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सी-डॉट सेंटर ऑफ इनोवेशन का दौरा
सिंधिया ने सी-डॉट सेंटर ऑफ इनोवेशन और सी-डॉट परिसर स्थित आईटीयू एरिया ऑफिस का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सी-डॉट द्वारा सहायता प्राप्त उद्यमियों से बातचीत की और उनके नवाचारों को सराहा। उन्होंने सी-डॉट के विभिन्न स्वदेशी प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों की समीक्षा की, जिनमें 4जी/5जी, क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (क्यूकेडी), पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी (पीक्यूसी), साइबर सुरक्षा समाधान, आपदा प्रबंधन सेल प्रसारण समाधान, ऑप्टिकल और उन्नत सुरक्षा परियोजनाएं शामिल हैं।
इंजीनियरों और शोधकर्ताओं के साथ संवाद
सिंधिया ने दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के डिजाइन और विकास में शामिल युवा इंजीनियरों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत की। सी-डॉट के इंजीनियरों ने मंत्री के समक्ष विभिन्न नवीन दूरसंचार प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया। उन्होंने सी-डॉट की टीमों द्वारा स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके विकसित एंड-टू-एंड 4जी/5जी प्रणाली सहित कई उत्पादों और समाधानों को बनाने के प्रयासों की सराहना की।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ठोस कदम
सिंधिया ने इस उपलब्धि को सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में एक ठोस कदम बताया। उन्होंने अनुसंधान और नवाचार को समर्थन और प्रोत्साहन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य में भी इन नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
सी-डॉट की प्रतिबद्धता
सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने आश्वासन दिया कि सी-डॉट अत्याधुनिक दूरसंचार प्रौद्योगिकियों और समाधानों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “सी-डॉट की टीम देश को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है।”
इस कार्यक्रम में दूरसंचार क्षेत्र के विभिन्न अधिकारी, शोधकर्ता और उद्योग के विशेषज्ञ उपस्थित थे। सी-डॉट के इस नए केंद्र के उद्घाटन के साथ ही भारत की दूरसंचार सुरक्षा में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जो भविष्य में देश की साइबर सुरक्षा को और सशक्त बनाएगा।
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