भारतीय राजनयिकों के निष्कासन पर कनाडाई मंत्री मेलानी जोली का बयान: ‘वे स्पष्ट रूप से नोटिस पर हैं’

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 अक्टूबर। भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच, कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने एक अहम बयान दिया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या और अधिक भारतीय राजनयिकों को निष्कासित किया जा सकता है, जोली ने स्पष्ट किया, “वे स्पष्ट रूप से नोटिस पर हैं।” उनका यह बयान दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव की ओर इशारा करता है। वर्तमान में, ओटावा में भारत के उच्चायोग के छह भारतीय राजनयिक कनाडा की नजर में हैं और उनका भविष्य अनिश्चित दिखाई दे रहा है।

भारत-कनाडा तनाव की पृष्ठभूमि

भारत और कनाडा के बीच हालिया तनाव की जड़ें सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद पैदा हुईं। कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों का इस हत्या में हाथ हो सकता है, हालांकि भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। इसके बाद, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में खटास आ गई और एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई।

क्या और राजनयिकों पर गिर सकती है गाज?

जोली का बयान इस बात का संकेत है कि कनाडा सरकार अभी और भी भारतीय राजनयिकों के खिलाफ कड़े कदम उठा सकती है। ओटावा में भारत के उच्चायोग में तैनात छह राजनयिक विशेष रूप से कनाडा के निशाने पर हैं। हाल ही में कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था, और जोली के इस बयान से संकेत मिलता है कि यह प्रक्रिया आगे भी जारी रह सकती है।

राजनयिक संबंधों में बढ़ती दरार

भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में यह दरार सिर्फ एक घटना तक सीमित नहीं है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सामरिक मुद्दों पर भी असहमति रही है। हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले ने इस असहमति को और भड़काया। कनाडा में सिख अलगाववादी आंदोलन को लेकर भारत की चिंताएं पुरानी हैं, और कनाडा के रवैये से भारत असंतुष्ट है।

भारत की प्रतिक्रिया

कनाडा के आरोपों को भारत ने सख्ती से खारिज कर दिया है और इसे बेबुनियाद बताया है। भारत ने भी अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और कनाडा को इस मुद्दे पर संयम बरतने की सलाह दी है। भारत ने यह भी कहा है कि वह अपने राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।

आगे का रास्ता

कनाडा और भारत के बीच राजनयिक रिश्तों में जारी यह तनाव फिलहाल कम होता नहीं दिख रहा है। मेलानी जोली का बयान इस बात का संकेत है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो और भी भारतीय राजनयिकों को निष्कासित किया जा सकता है। दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए समाधान की कोशिशें होनी चाहिए, लेकिन फिलहाल तनाव बढ़ता हुआ ही नजर आ रहा है।

निष्कर्ष

कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली का यह बयान कि “वे स्पष्ट रूप से नोटिस पर हैं” दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव को और गहरा करता है। भारत और कनाडा के बीच इस विवाद का समाधान कूटनीति के माध्यम से ही संभव है, लेकिन फिलहाल इस तनाव के कम होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं। राजनयिक संबंधों में इस बढ़ते तनाव के चलते दोनों देशों के बीच संवाद का रास्ता और जटिल हो सकता है।

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