महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: उद्धव और राज ठाकरे की शिवाजी पार्क रैली को लेकर विवाद, बीएमसी से अनुमति का इंतजार

समग्र समाचार सेवा

मुंबई, 10 नवंबर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे आमने-सामने हैं। ऐसे में मुंबई के शिवाजी पार्क में एक ही दिन रैली करने को लेकर दोनों ठाकरे भाइयों के बीच ठन गई है। दोनों नेताओं ने आगामी 17 नवंबर को शिवाजी पार्क में अपनी-अपनी रैलियों के लिए बीएमसी से अनुमति मांगी है, लेकिन अब तक बीएमसी ने इन दोनों को रैली आयोजित करने की अनुमति नहीं दी है।

17 नवंबर को ही बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि भी है, जिस दिन उद्धव ठाकरे की शिवसेना रैली शिवाजी पार्क में आयोजित होने की उम्मीद है। ये रैली दोनों गुटों के लिए अहम है क्योंकि चुनाव प्रचार का आखिरी दिन 18 नवंबर है और ठाकरे बंधु इस दिन से पहले अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। उद्धव ठाकरे ने साफ किया है कि वह माहिम में कोई चुनावी सभा नहीं करेंगे, और शिवाजी पार्क में ही अपनी रैली करेंगे।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इन रैलियों का विशेष महत्व है। चुनावी समय में दोनों गुट अपने-अपने समर्थकों को मजबूत करने और राजनीतिक रणनीति बनाने में व्यस्त हैं। 2019 में विधानसभा चुनाव लड़कर आदित्य ठाकरे विधायक बने थे और इस बार उनका मुकाबला उनके चचेरे भाई अमित ठाकरे से होगा, जो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे के बेटे हैं।

आदित्य ठाकरे एक बार फिर वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अमित ठाकरे माहिम से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। इस तरह ठाकरे परिवार के दोनों गुट एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। हालांकि, राज ठाकरे ने आदित्य ठाकरे के वर्ली विधानसभा क्षेत्र में एक बैठक की, लेकिन उन्होंने आदित्य की आलोचना करने से परहेज किया।

बीएमसी से अनुमति मिलने के बाद, 17 नवंबर को शिवाजी पार्क में होने वाली रैलियां महाराष्ट्र के आगामी चुनावों की दिशा को प्रभावित कर सकती हैं।

 

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