अदाणी पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाने वाले सरकारी वकील देंगे इस्तीफा, ट्रंप की वापसी से पहले छोड़ेंगे पद

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,20 दिसंबर।
अमेरिका में एक हाई-प्रोफाइल सरकारी वकील, जिन्होंने भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी और उनकी कंपनियों पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाए थे, ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हो रही हैं।

कौन हैं यह वकील?

यह सरकारी वकील अमेरिकी न्याय विभाग के एक प्रमुख अधिकारी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय व्यापार और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अदाणी समूह के खिलाफ उनके आरोपों ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचाई थी।

इस्तीफे का कारण

हालांकि वकील ने अपने इस्तीफे का औपचारिक कारण नहीं बताया है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला राजनीतिक दबाव और ट्रंप की संभावित वापसी के चलते लिया गया हो सकता है।

एक सूत्र ने कहा, “वकील का निर्णय ट्रंप प्रशासन की नीति से जुड़े संभावित बदलावों और अदाणी मामले में बढ़ते विवाद से संबंधित हो सकता है।”

अदाणी पर आरोप

सरकारी वकील ने अदाणी समूह पर आरोप लगाया था कि कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं को हासिल करने के लिए रिश्वत दी। यह आरोप मुख्य रूप से अदाणी समूह के विदेशी व्यापार और खनन परियोजनाओं से जुड़े थे। हालांकि अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें “झूठा और बेबुनियाद” बताया था।

ट्रंप की वापसी का संदर्भ

डोनाल्ड ट्रंप 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में एक बार फिर प्रमुख दावेदार के रूप में उभर रहे हैं। उनके राष्ट्रपति बनने की संभावना को देखते हुए कई सरकारी अधिकारियों और वकीलों ने अपने पदों से इस्तीफा देने का फैसला किया है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने पहले भी न्याय विभाग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए थे।

अदाणी मामले पर क्या होगा असर?

सरकारी वकील के इस्तीफे के बाद अदाणी समूह के खिलाफ चल रही जांच प्रभावित हो सकती है।

  • कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला धीमा पड़ सकता है या इसकी दिशा बदल सकती है।
  • अदाणी समूह पर लगे आरोपों को लेकर भारत और अमेरिका दोनों में राजनीतिक बहस तेज हो सकती है।

वैश्विक प्रतिक्रिया

इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है।

  • अमेरिकी विपक्षी दल इसे ट्रंप प्रशासन के संभावित हस्तक्षेप का नतीजा मान रहे हैं।
  • वहीं, भारत में इसे अदाणी समूह को राहत मिलने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

निष्कर्ष

सरकारी वकील का इस्तीफा एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो अदाणी समूह के खिलाफ चल रही जांच और अमेरिका की राजनीति दोनों पर असर डाल सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप की संभावित वापसी और इस इस्तीफे का भारत-अमेरिका व्यापार और कानूनी संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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