दुष्कर्म और अन्य वारदातों में शामिल था हिजबुल कमांडर फारूक नल्ली, कश्मीर में कट्टरता को बढ़ावा देता रहा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,20 दिसंबर।
कश्मीर में आतंकवाद और कट्टरपंथी गतिविधियों को फैलाने वाले एक प्रमुख हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर फारूक नल्ली का नाम हाल ही में एक गंभीर विवाद में आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, नल्ली न केवल आतंकवाद की गतिविधियों में संलिप्त था, बल्कि दुष्कर्म और अन्य गंभीर अपराधों में भी उसका हाथ था। यह मामले कश्मीर में आतंकवाद और कट्टरता को बढ़ावा देने के लिए उसकी भूमिका को और अधिक गंभीर बना देते हैं।

हिजबुल कमांडर फारूक नल्ली का आतंकवाद में संलिप्तता

फारूक नल्ली, जो हिजबुल मुजाहिदीन का एक प्रमुख कमांडर था, आतंकवादी गतिविधियों में गहरे रूप से शामिल था। उसने कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हमलों की योजना बनाई और उनका संचालन किया। नल्ली की आतंकवादी कार्रवाइयों में न केवल सेना और पुलिस, बल्कि आम नागरिकों को भी निशाना बनाया गया।

हिजबुल मुजाहिदीन, एक पाकिस्तानी समर्थित आतंकवादी संगठन, कश्मीर में भारतीय शासन के खिलाफ उग्रवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कुख्यात है। नल्ली ने इस संगठन के लिए काम करते हुए कश्मीर में कट्टरता को फैलाने और युवाओं को आतंकवाद की ओर आकर्षित करने का काम किया।

दुष्कर्म और अन्य अपराधों में संलिप्तता

इसके अलावा, नल्ली के ऊपर दुष्कर्म और अन्य गंभीर अपराधों के आरोप भी लगे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, नल्ली ने आतंकवादी गतिविधियों के अलावा, कश्मीर के एक बड़े हिस्से में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दिया। उसकी इन घिनौनी गतिविधियों ने कश्मीर की जनता में आतंक और भय का माहौल पैदा किया।

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, नल्ली ने महिलाओं और युवाओं को अपनी विचारधारा फैलाने के लिए डर और हिंसा के साथ मजबूर किया। इसके अलावा, वह कुछ निर्दोष लोगों की मौत का भी जिम्मेदार था और उसने कश्मीर में शांति और सौहार्द को नष्ट करने का प्रयास किया।

कश्मीर में कट्टरता को बढ़ावा देने की रणनीति

फारूक नल्ली ने कश्मीर में कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने के लिए कई संगठनों और धार्मिक संस्थाओं का सहारा लिया। वह इस्लामिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में सक्रिय था और युवाओं को हथियार उठाने और आतंकवादी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करता था। नल्ली के कारण कश्मीर में कई युवा गलत रास्ते पर चले गए और आतंकवाद की राह पर चल पड़े।

सुरक्षा बलों की कार्रवाई

फारूक नल्ली की गतिविधियों को खत्म करने के लिए भारतीय सुरक्षा बलों ने कड़ी कार्रवाई की। विभिन्न सुरक्षाबलों द्वारा की गई छापेमारी और हमलों में नल्ली कई बार पकड़ा गया, लेकिन वह हमेशा किसी न किसी रूप में फरार हो जाता था। हाल ही में, सुरक्षा बलों ने उसे पकड़ने में सफलता हासिल की और उसे कड़ी सजा देने के प्रयास जारी हैं।

स्थानीय समुदाय और सरकार की प्रतिक्रिया

इस मामले पर कश्मीर के स्थानीय समुदाय और सरकारी अधिकारियों ने भी सख्त प्रतिक्रिया दी है। कश्मीर घाटी में फैले आतंकवाद और हिंसा से तंग आ चुके नागरिकों ने नल्ली और उसके जैसे अन्य आतंकवादियों के खिलाफ आवाज उठाई है। जम्मू और कश्मीर सरकार ने कश्मीर में शांति और विकास के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कठोर कदम उठाने का वचन दिया है।

निष्कर्ष

फारूक नल्ली की कहानी कश्मीर के उस हिस्से को उजागर करती है, जहां आतंकवाद, हिंसा और कट्टरपंथी विचारधारा ने कई वर्षों तक आतंक मचाया। नल्ली जैसे आतंकवादियों के कारण कश्मीर में कई निर्दोष लोगों की जान गई, और इसने समाज में असहमति और भय का माहौल पैदा किया। अब भारतीय सुरक्षा बलों के द्वारा की जा रही कार्रवाई और कश्मीर की जनता की जागरूकता से यह उम्मीद जताई जा रही है कि कश्मीर में शांति और स्थिरता वापस लौटेगी।

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