बिहार मंत्रिमंडल विस्तार: पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को मिल सकती है मंत्री पद की जिम्मेदारी – सूत्र

समग्र समाचार सेवा
पटना,27 फरवरी।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज़ हो गई है, और सूत्रों के अनुसार, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को फिर से मंत्री बनाए जाने की संभावना प्रबल है। आगामी बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल विस्तार कर सकते हैं, जिसमें बीजेपी के कुछ पुराने चेहरों की वापसी तय मानी जा रही है।

बीजेपी के कोटे से मिल सकता है मंत्री पद

सूत्रों के अनुसार, बीजेपी अपने कोटे से तारकिशोर प्रसाद को मंत्री पद दे सकती है। इससे पहले, वह 2020-2022 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनके पास वित्त एवं वाणिज्य कर जैसे अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। हालांकि, 2022 में जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ सरकार बनाई, तो उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। अब एनडीए गठबंधन की वापसी के बाद उनके दोबारा मंत्री बनने की संभावनाएं मजबूत हो गई हैं

अनुभव और प्रभाव के चलते मिली प्राथमिकता

तारकिशोर प्रसाद बिहार बीजेपी के एक मजबूत और अनुभवी नेता माने जाते हैं। वह कटिहार से विधायक हैं और पार्टी के भीतर अच्छी पकड़ रखते हैं। उनके मंत्री बनने को लेकर बीजेपी नेतृत्व में सकारात्मक रुख है, क्योंकि उनका प्रशासनिक अनुभव पार्टी के लिए लाभदायक हो सकता है

बजट सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी

बिहार में 28 फरवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है, और उससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें जोरों पर हैं। भाजपा अपने कुछ अनुभवी और प्रभावशाली नेताओं को कैबिनेट में शामिल कर संतुलन साधने की कोशिश में है

क्या रहेगा बीजेपी का समीकरण?

  • सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के कई पुराने चेहरे मंत्री पद की दौड़ में हैं, जिनमें तारकिशोर प्रसाद, जीवेश मिश्रा और प्रमोद कुमार के नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं
  • बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल मंत्री पद छोड़ सकते हैं, जिससे कुछ नए नामों के लिए रास्ता साफ हो सकता है
  • बीजेपी इस विस्तार के जरिए अपने जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को भी संतुलित करने की कोशिश करेगी

निष्कर्ष

अगर सूत्रों की मानें तो पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को बिहार सरकार में एक बार फिर अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। बीजेपी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर प्रशासनिक अनुभव और पार्टी के भीतर संतुलन बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रही है। अब सभी की नजरें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी हाईकमान के फैसले पर टिकी हैं, जो मंत्रिमंडल विस्तार की अंतिम रूपरेखा तय करेंगे

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