बिहार विधानमंडल में महिला मुद्दे पर गहमा-गहमी: नीतीश कुमार, आरजेडी और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी

समग्र समाचार सेवा

पटना,8 मार्च। 

बिहार में महिला मुद्दों पर विधानमंडल में एक बार फिर सियासी तूफान छाया हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी दल खासकर आरजेडी पर तीव्र हमला बोला है, और इसके बाद से राजनीतिक माहौल में बहुत गर्मी देखी जा रही है। उनका कहना था कि पिछले 20 सालों में कुछ खास महिलाओं के लिए नहीं किया गया, और यह कि विपक्ष की महिला नेता भी इस मामले में कोई काम नहीं कर पाई हैं। नीतीश कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी दल तो महिला मुद्दों को चुनावी राजनीति के लिए ही उपयोग करते हैं, न कि उन्हें सच्चे दिल से महिला सशक्तिकरण की चिंता।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष का अपना महिला मुद्दों पर रुख केवल दिखावे तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि कुछ महिला नेताओं के लिए राजनीति का मतलब सिर्फ व्यक्तिगत लाभ होता है, जबकि महिलाओं के असली मुद्दों पर कभी कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने आगे यह भी कहा कि बिहार में महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए जो काम उनकी सरकार ने किया है, वह विपक्षी दलों के लिए एक आदर्श होना चाहिए।

नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे महिलाओं को चुनावी लॉलीपॉप देकर बरगलाने का काम करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए जो काम किए हैं, उनसे वे पूरी तरह से अनजान हैं। उन्होंने राज्य में महिला शिक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए अपने प्रयासों का बखान करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने शिक्षा बजट को बढ़ाकर 60,000 करोड़ रुपये किया है, जो महिलाओं के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।

आरजेडी एमएलसी उर्मिला ठाकुर ने नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर जोरदार हमला। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के सवालों से डरती है और चाहती है कि कोई भी सवाल न उठे। उर्मिला ठाकुर ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्ष को सवाल उठाने का मौका नहीं देना चाहते, और उनकी पार्टी विपक्षी दलों को विधानसभा, विधान परिषद और राज्यसभा से बाहर रखना चाहती है। उनका कहना था कि अगर विपक्ष ने कोई सवाल उठाया तो नीतीश कुमार और उनके मंत्री बौखला जाते हैं और बिना जवाब दिए भाग जाते हैं।

इस बीच आरजेडी नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर महिलाओं का शोषण करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार महिलाओं के नाम पर राजनीति करती है, लेकिन उनके वास्तविक मुद्दों पर कोई काम नहीं किया जा रहा। तेजस्वी यादव ने विशेष तौर पर रसोइयों, आंगनबाड़ी सेविकाओं और आशा बहनों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार उनके शोषण में शामिल है और उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दे रही है।

तेजस्वी यादव ने कहा, “महंगाई के दौर में इन महिलाओं को महज 400 रुपये वेतन प्रतिमाह मिल रहा है, जबकि सरकार न्यूनतम मजदूरी देने में भी अक्षम है। जब हमारी सरकार आएगी, तो हम इन सभी महिलाओं को न्याय दिलाएंगे।” उन्होंने आगे यह कहा कि महिलाएं राज्य की अर्थव्यवस्था की आधारशिला हैं, और उनकी सरकार महिलाओं के अधिकारों की सम्पूर्ण रक्षा करेगी।

नीतीश कुमार और उनकी सरकार के मंत्री यह दोहराते रहे हैं कि उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए बहुत सारी योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें महिला शिक्षा, महिला स्वास्थ्य, और महिला रोजगार के प्रमुख मुद्दे शामिल हैं। उनकी बातें यह हैं कि बिहार में महिलाओं के लिए शिक्षा में सुधार, रोजगार देने के लिए रोजगार योजना और महिला स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर जैसी बहुत सारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए जो काम किया है, वह ऐतिहासिक है और इन योजनाओं से महिलाओं का जीवन बेहतर हुआ है। उन्होंने बिहार के शिक्षा बजट के आंकड़े भी दिए, जिनके अनुसार, बिहार ने 2005 से अब तक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस  पर बिहार विधान सभा में महिला मुद्दों पर विशेष चर्चा की गई थी। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में महिलाओं के लिए किए गए कार्यों का हवाला देते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। इसके विपरीत, विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और उर्मिला ठाकुर ने नीतीश सरकार पर महिलाओं के मुद्दों को राजनीति का हिस्सा बना कर उनके असली हक से इनकार करने का आरोप लगाया।

बिहार में महिला मुद्दों पर चलने वाली सियासी बहस यह प्रकट करती है कि राजनीतिक दलों के बीच महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर गहरी खाई है। जबकि अपने कार्यों का दावा नीतीश कुमार की सरकार करती है, तो विपक्षी दलों का कहना है कि यह सिर्फ दिखावा है और असल में महिलाओं के मुद्दों पर कोई ठोस कार्य नहीं किया गया है। अब यह देखना होगा कि बिहार की राजनीति में महिला मुद्दों पर आगे क्या बदलाव आता है और कौन सी पार्टी महिलाओं के हक में ज्यादा प्रभावी काम करती है।

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