समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,13 मार्च। ट्रेड एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल (इंडिया) (जीटीटीसीआई) ने नेपाल के राजदूत महामहिम डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा के सम्मान में रेडिसन ब्लू मरीना, नई दिल्ली में एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम ने डॉ. शर्मा के भारत में दूसरे कार्यकाल की शुरुआत को चिह्नित किया, जो दोनों देशों के बीच गहरे और स्थायी संबंधों को दर्शाता है।
इस समारोह में भूटान, बुल्गारिया, केन्या और सेशेल्स के राजदूतों के साथ-साथ गिनी, कजाकिस्तान, लीबिया, फिलिस्तीन, सीरिया, ताजिकिस्तान, सिंगापुर और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनयिकों की प्रतिष्ठित उपस्थिति देखी गई। इस सभा ने मजबूत राजनयिक संबंधों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
जीटीटीसीआई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. गौरव गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने डॉ. शर्मा के साथ उनके पिछले कार्यकाल में काम करने के विभिन्न अवसरों को याद किया और भारत में उनकी दूसरी पारी के लिए उनका हार्दिक स्वागत किया। श्री राकेश अस्थाना ने भारत-नेपाल के दीर्घकालिक और बहुआयामी संबंधों पर विचार किया, तथा उनके ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व पर जोर दिया। जीटीटीसीआई की अध्यक्ष डॉ. रश्मि सलूजा ने मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों की अनेक संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से आपसी प्रगति के लिए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और सर गंगा राम अस्पताल के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अजय स्वरूप का परिचय कराया। डॉ. स्वरूप ने सभा को संबोधित किया और सभी देशों को स्वास्थ्य सेवा सहयोग को आगे बढ़ाने में हाथ मिलाने का निमंत्रण दिया। कई राजदूतों ने डॉ. शर्मा के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा किए, तथा एक राजनयिक और कई लोगों के मित्र के रूप में उनकी उत्कृष्टता को याद किया। उनकी वापसी का बहुत उत्साह और प्रशंसा के साथ स्वागत किया गया। कोलमेट गंगा राम अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. अश्विनी मेहता ने आतिथ्य और स्वास्थ्य सेवा में सहयोग के अवसर प्रस्तुत करते हुए एक विनम्र मेजबान के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त, सर गंगा राम अस्पताल के डॉ. जौहरी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया, तथा चिकित्सा क्षेत्र में भारत-नेपाल सहयोग के महत्व को और अधिक पुष्ट किया।
अपने समापन भाषण में महामहिम डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा ने जीटीटीसीआई के पिछले सहयोगों तथा नेपाल दूतावास के साथ मिलकर भारतीय त्योहार मनाने के लिए आभार व्यक्त किया, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और नेपाल के बीच साझेदारी को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
जीटीटीसीआई के महासचिव के रूप में शामिल किए गए श्री जलज श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया, तथा आशावाद के साथ कार्यक्रम का समापन किया तथा निरंतर राजनयिक और आर्थिक सहयोग के लिए साझा आकांक्षाएं व्यक्त कीं।
यह समारोह भारत और नेपाल के बीच मजबूत और बढ़ती साझेदारी के साथ-साथ वैश्विक व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में जीटीटीसीआई की भूमिका का प्रमाण था।
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