समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 अप्रैल। 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में संलिप्तता के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया है। आज सुबह वह दिल्ली पहुंचा, जहां उसे संबंधित मामलों में भारतीय कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाएगा।
तहव्वुर राणा, एक पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक और पूर्व पाकिस्तानी सैन्य चिकित्सक है, जिसे 2009 में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। उस पर लश्कर-ए-तैयबा को सहायता प्रदान करने और डेविड कोलमैन हेडली जैसे आतंकियों की मदद करने का आरोप है, जिन्होंने 26/11 हमलों की साजिश रची थी।
राणा ने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए स्वास्थ्य और मानवाधिकारों के आधार पर कई कानूनी याचिकाएं दायर कीं, लेकिन अमेरिकी अदालतों ने उसे खारिज कर दिया, जिससे उसका भारत आना तय हुआ।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस प्रत्यर्पण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “सशक्त कूटनीति” का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार 26/11 के हर दोषी को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व NIA निदेशक राधा विनोद राजू ने इसे एक “बहुत बड़ी सफलता” बताया और कहा कि इस प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाना आसान नहीं था।
राणा के आगमन को देखते हुए दिल्ली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। विशेष सुरक्षा दस्ते तैनात किए गए हैं, और संबंधित अदालतों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण भारत की न्यायिक प्रक्रिया के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है। जैसे-जैसे कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ेगी, देश उम्मीद कर रहा है कि 26/11 के पीड़ितों को आखिरकार न्याय मिलेगा।
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