लखनऊ से बड़ी खबर: राहुल गांधी की नागरिकता पर हाईकोर्ट में भूचाल! केंद्र सरकार से मांगी गई स्पष्ट रिपोर्ट, अगली सुनवाई 5 मई को
लखनऊ | 22 अप्रैल 2025 – देश की सियासत में एक बार फिर गरमाहट आ गई है, और इस बार मामला सीधे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा है! इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में आज इस बेहद संवेदनशील और चर्चित मामले की सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने सीधे-सीधे केंद्र सरकार से स्पष्ट रिपोर्ट की मांग कर दी है – “बताइए, क्या राहुल गांधी भारतीय नागरिक हैं या नहीं?”
आज की सुनवाई में न्यायालय ने केंद्र सरकार द्वारा दाखिल स्टेटस रिपोर्ट को अपर्याप्त मानते हुए उसे सख्त लहजे में कहा कि अब समय आ गया है कि बिना गोलमोल जवाबों के, सीधे तथ्यों के साथ रिपोर्ट पेश की जाए।
कोर्ट ने आदेश दिया है कि अगले 10 दिनों के भीतर केंद्र सरकार को स्पष्ट रूप से यह बताना होगा कि क्या राहुल गांधी की नागरिकता भारतीय है या नहीं। कोर्ट का यह रुख राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने पहले एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की थी, लेकिन उसमें कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं था। कोर्ट ने आज की सुनवाई में उस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद कहा –
“यह रिपोर्ट पर्याप्त नहीं है। हम चाहते हैं केवल एक जवाब – राहुल गांधी नागरिक हैं या नहीं?”
अब इस हाई-वोल्टेज केस की अगली सुनवाई 5 मई 2025 को होगी। ऐसे में आने वाले 10 दिन केंद्र सरकार और कांग्रेस पार्टी दोनों के लिए बेहद अहम होने जा रहे हैं।
यदि केंद्र की रिपोर्ट में कोई बड़ा खुलासा होता है, तो इसका असर 2025 के राजनीतिक समीकरणों पर भी देखने को मिल सकता है।
यह मामला पहली बार तब उठा था जब राहुल गांधी की पूर्व में ब्रिटिश नागरिकता से जुड़ी कुछ दस्तावेज़ी जानकारियां सामने आई थीं। याचिकाकर्ता का आरोप है कि राहुल गांधी ने कभी ब्रिटेन की नागरिकता ली थी और अब भी उनकी भारतीय नागरिकता पर संदेह है। हालांकि कांग्रेस पार्टी बार-बार इसे राजनीतिक साजिश करार देती रही है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोर्ट की निगरानी में केंद्र सरकार से स्पष्ट रिपोर्ट आती है और उसमें कोई विसंगति पाई जाती है, तो यह मामला राहुल गांधी के राजनीतिक अस्तित्व पर सीधा असर डाल सकता है।
यह न सिर्फ उनकी लोकसभा सदस्यता, बल्कि 2029 तक की सियासी संभावनाओं को भी झटका दे सकता है।
राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर एक बार फिर सियासी तूफान उठ चुका है। लखनऊ से चली यह कानूनी लड़ाई अब दिल्ली की सत्ता तक हलचल मचा रही है।
अब सबकी निगाहें 5 मई पर टिक गई हैं – जब कोर्ट की चौखट पर तय होगा कि क्या कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा भारतीय राजनीति का नागरिक है या नहीं!
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