कराची पोर्ट को तबाह कर देती भारतीय नौसेना, बस सरकार के इशारे का था इंतजार! भारतीय सेना का चौंकाने वाला खुलासा
जीजी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली,11 मई: भारत-पाक तनाव के बीच भारतीय नौसेना का एक सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। अगर सरकार से आदेश मिला होता, तो कराची पोर्ट का नामो-निशान मिट चुका होता! भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि नौसेना कराची पोर्ट को तबाह करने के लिए पूरी तरह तैयार थी।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय नौसेना के युद्धपोत और पनडुब्बियां कराची पोर्ट के बेहद नजदीक तक पहुंच चुके थे। दुश्मन के हर मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ एक आदेश का इंतजार था और कराची पोर्ट जलमग्न हो जाता।
सेना के इस खुलासे ने सुरक्षा विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है। कराची पोर्ट, जो पाकिस्तान की आर्थिक धुरी है, पर इतने बड़े हमले की तैयारी ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन एक सुनियोजित रणनीति का हिस्सा था। भारतीय नौसेना के अत्याधुनिक युद्धपोत, मिसाइल क्रूजर और सबमरीन कराची पोर्ट की दिशा में तैनात थे। नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“हमारी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में थी। अगर आदेश आता, तो कराची पोर्ट का अस्तित्व ही समाप्त हो जाता।”
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय कूटनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय नतीजों को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। युद्ध का बिगुल बजते ही क्षेत्रीय स्थिरता प्रभावित हो सकती थी। हालांकि, सेना की तैयारियों ने एक बात तो स्पष्ट कर दी है – भारत अब किसी भी उकसावे का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।
भारतीय नौसेना की इस योजना में ब्रह्मोस और हार्पून मिसाइलों का उपयोग शामिल था, जो कुछ ही मिनटों में दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर सकते थे। नौसेना की ताकत और उनकी रणनीतिक स्थिति से पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठान में खलबली मच गई थी।
इस खुलासे पर पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन कराची पोर्ट को लेकर अचानक बढ़ी सुरक्षा और नौसैनिक अभ्यास यह साफ इशारा करते हैं कि पाकिस्तानी प्रशासन भारतीय नौसेना की इस तैयारी से अनजान नहीं था।
इस खबर के फैलते ही कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भारत की इस तैयारी को ‘रणनीतिक विजय’ करार दिया है। कुछ का मानना है कि यह पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश है कि अगर कोई उकसावे की कार्रवाई होती है, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
हालांकि अभी दोनों देशों के बीच तनाव में कमी देखने को मिल रही है, लेकिन यह खुलासा यह बताने के लिए काफी है कि भारतीय नौसेना की मारक क्षमता किस हद तक विकसित हो चुकी है। कराची पोर्ट पर मंडराते इस खतरे ने पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
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