पाकिस्तानी सांसद उमर फारूक का बड़ा खुलासा: ‘हमलावर हमारे ही लोग, भारत से नहीं आते बम’ — ऑपरेशन सिंदूर पर फूटा गुस्सा

समग्र समाचार सेवा

इस्लामाबाद, 23 मई:
भारत द्वारा पाकिस्तान में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की संसद में गहरा तूफान खड़ा हो गया है। पाकिस्तानी सांसद उमर फारूक ने संसद में अपनी ही सरकार, सेना और खुफिया एजेंसियों की सार्वजनिक रूप से जमकर आलोचना करते हुए ऐसा बयान दिया है जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था और झूठे प्रोपेगैंडा की पोल खुल गई है।

सांसद फारूक ने संसद में कहा,

“बलूचिस्तान में बम भारत से नहीं आ रहे हैं, हमलावर हमारे अपने लोग हैं। हमारी एजेंसियां क्या कर रही हैं? हम अपनी ही सेना से सवाल क्यों नहीं करते?”

भारत का ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर करारी चोट

उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके साथ ही कुछ पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया, जिनमें चकलाला एयरबेस और जीएचक्यू (जनरल हेडक्वार्टर) के पास स्थित ठिकाने शामिल थे।

उमर फारूक ने सवाल उठाया कि

“भारत इतनी गहराई तक घुसकर कैसे हमला कर सकता है? चकलाला एयरबेस पर बमबारी हुई, जीएचक्यू पास में था, लेकिन कोई नहीं पूछ रहा कि भारत वहां तक कैसे पहुंच गया।”

बलूचिस्तान में पाकिस्तान की नाकामी का कच्चा चिट्ठा

बलूचिस्तान के मुद्दे पर फारूक ने कहा कि सरकार बार-बार भारत को दोषी ठहराती है, लेकिन

“बलूचिस्तान में भारत से कोई बम या लोग नहीं आते। हमलावर हमारे ही लोग हैं, जिन्हें हमने अलग-थलग किया है। वहां आंतरिक असंतोष है और लोगों को जबरन गिरफ्तार किया जा रहा है।”

बलूचिस्तान लंबे समय से स्वायत्तता की मांग करने वाले बलूच अलगाववादी आंदोलनों का केंद्र रहा है। फारूक का बयान इस क्षेत्र में सरकारी दमन और असंतोष को उजागर करता है।

पाकिस्तान की खोखली कहानी बेनकाब

फारूक के बयानों से यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान भारत पर झूठे आरोप लगाकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर सहानुभूति बटोरने की कोशिश करता है, जबकि वास्तविक खतरा उसकी खुद की नीतियों और विफलताओं से उपजा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई उनके बयानों से नाराज है, तो सामने आकर चर्चा करे।

सैटेलाइट तस्वीरों से उजागर हुआ सच

भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अंतरराष्ट्रीय मीडिया हाउसों ने सैटेलाइट तस्वीरों और खुफिया रिपोर्टों के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। बावजूद इसके, पाकिस्तान सरकार और सेना सच को छिपाने में लगी हुई हैं।

उमर फारूक का यह साहसिक बयान न केवल पाकिस्तान के आंतरिक विफलताओं को उजागर करता है, बल्कि भारत के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठे प्रचार को भी बेनकाब करता है। यह वक्त है जब पाकिस्तान को अपने भीतर झांकने और सच को स्वीकार करने की जरूरत है, क्योंकि हर बार ‘भारत’ को दोषी ठहराकर असल समस्याओं से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता।

 

 

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