समग्र समाचार सेवा
रांची/लातेहार, 24 मई: झारखंड के लातेहार जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए वांछित माओवादी नेता पप्पू लोहरा को मुठभेड़ में मार गिराया। पप्पू पर ₹10 लाख का इनाम घोषित था और वह झारखंड जन मुक्ति परिषद, एक भटकाव वाले माओवादी संगठन का प्रमुख था।
मुठभेड़ में उसके साथी प्रभात गंझू, जिस पर ₹5 लाख का इनाम था, की भी मौत हो गई। वहीं, एक अन्य घायल माओवादी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटनास्थल से एक INSAS राइफल भी बरामद हुई है।
यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में हाल ही में हुई मुठभेड़, जिसमें शीर्ष माओवादी नेता नंबाला केशव राव उर्फ बासवराजू मारा गया था, के महज तीन दिन बाद हुई है। बासवराजू 50 घंटे चले अभियान में 27 माओवादियों के साथ मारा गया था। वह सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का पूर्व प्रमुख और माओवादी संगठन CPI (माओवादी) का महासचिव था। बासवराजू पर ₹1.5 करोड़ का इनाम था और वह एनआईए सहित तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस को लंबे समय से वांछित था।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इन कार्रवाइयों को “नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “भारत में नक्सलवाद के खिलाफ तीन दशकों की लड़ाई में यह पहला मौका है जब महासचिव स्तर का माओवादी नेता मारा गया है।”
शाह ने सुरक्षाबलों की वीरता की सराहना करते हुए यह भी बताया कि “ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट” के तहत अब तक 54 माओवादी गिरफ्तार हुए हैं और 84 ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार 31 मार्च 2026 तक भारत को नक्सलवाद से मुक्त करने के संकल्प पर प्रतिबद्ध है।”
लगातार हो रही इन मुठभेड़ों से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार और राज्य पुलिस बल मिलकर माओवादी नेटवर्क की कमर तोड़ने के मिशन पर हैं, विशेषकर शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाकर संगठन को कमजोर किया जा रहा है।
Comments are closed.