कांग्रेस का हमला: ‘वीरांगना’ टिप्पणी पर भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को बर्खास्त करने की मांग

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 26 मई: कांग्रेस ने रविवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के उस बयान को लेकर तीखा हमला बोला, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों और उनके परिवारों को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व की चुप्पी को इस बयान की ‘मौन स्वीकृति’ करार दिया है।

क्या कहा था जांगड़ा ने?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के भिवानी में मराठा शासक रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर जांगड़ा ने कहा,
“जो बहनें वहां वीरांगनाएं थीं, जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया, उनमें वीरांगना का भाव नहीं था, जोश नहीं था, जज्बा नहीं था, दिल नहीं था, इसलिए हाथ जोड़ के गोली का शिकार हो गए। लेकिन हाथ जोड़ने से कोई छोड़ता नहीं। हमारे आदमी वहां हाथ जोड़कर मारे गए।”

इस टिप्पणी ने राजनीतिक भूचाल ला दिया।

कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“भाजपा सांसद का शर्मनाक बयान आरएसएस-भाजपा की ओछी मानसिकता को उजागर करता है। एमपी के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री विजय शाह पहले ही सेना का अपमान कर चुके हैं, लेकिन मोदी जी खामोश हैं। क्या यही है ‘रगों में सिंदूर’ का सम्मान?”

जयराम रमेश ने कहा कि यह बयान दर्शाता है कि भाजपा सत्ता के नशे में इतनी अंधी हो गई है कि अब शहीदों और उनके परिजनों का भी अपमान करने से नहीं चूक रही।

उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगनी चाहिए और जांगड़ा को पार्टी से बाहर करना चाहिए। उनकी चुप्पी इस शर्मनाक बयान की स्वीकृति है।”

खट्टर और जांगड़ा का स्पष्टीकरण
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जांगड़ा की भावना को गलत संदर्भ में पेश किया गया।
“उनकी टिप्पणी में खेदजनक तत्व था और उन्होंने खेद प्रकट कर दिया है। अब इस मुद्दे को समाप्त मानना चाहिए।”

बाद में जांगड़ा ने एक वीडियो में सफाई दी कि उनका बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा:
“हमारी बहनों को कमजोर कहना तो कभी सोच भी नहीं सकते। मेरी भावना थी कि उनमें झांसी की रानी और अहिल्याबाई जैसी भावना जागे। फिर भी किसी की भावना आहत हुई हो, तो माफ़ी मांगता हूं।”

पहले भी विवादों में रहे हैं जांगड़ा
यह कोई पहली बार नहीं है जब रामचंद्र जांगड़ा विवादों में आए हैं।

  • दिसंबर 2023 में उन्होंने दावा किया था कि किसान आंदोलन के दौरान 700 लड़कियां लापता हुईं।
  • 2021 में हिसार में किसानों के एक समूह ने उनके वाहन पर हमला किया था।

जांगड़ा की भूमिका और पृष्ठभूमि
जांगड़ा ओबीसी समुदाय से आते हैं और पहले हरियाणा के पिछड़ा वर्ग बोर्ड के प्रमुख रहे हैं। 2020 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। वे संसद की कई समितियों के सदस्य हैं।

भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की टिप्पणी ने एक बार फिर संवेदनशील राष्ट्रीय मुद्दों पर नेताओं की भाषा की मर्यादा को लेकर बहस छेड़ दी है। कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से मांग की है कि प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगनी चाहिए और जांगड़ा को पार्टी से बाहर करना चाहिए। वहीं भाजपा की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

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