अहमदाबाद विमान हादसा: 265 लोगों की मौत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल; रेस्क्यू में मिली अक्षत भगवद गीता, सिर्फ एक यात्री जीवित बचा
समग्र समाचार सेवा,
अहमदाबाद, 13 जून: अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने न सिर्फ भारत को, बल्कि पूरी दुनिया को गहरे सदमे में डाल दिया है। 265 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं।
इस त्रासदी ने एक बार फिर आधुनिक तकनीक के युग में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराने के बाद विमान आग का गोला बन गया और उसका मलबा कई हिस्सों में बिखर गया।
हादसे में चमत्कार: रेस्क्यू टीम को मिली अक्षत भगवद गीता
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई भयावह तस्वीरें और वीडियो सामने आए। लेकिन इसी बीच एक आश्चर्यजनक और आस्था जगाने वाला दृश्य भी देखने को मिला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिखाया गया है कि रेस्क्यू टीम को भगवद गीता की एक प्रति मिली है, जो पूरी तरह सुरक्षित है।
जहां विमान का अधिकतर सामान जलकर राख हो गया, वहीं भगवद गीता न तो जली, न ही उसका एक पन्ना फटा। किताब पढ़ने की पूरी स्थिति में है।
कयास लगाया जा रहा है कि कोई यात्री इस पवित्र ग्रंथ को लंदन ले जा रहा था। सोशल मीडिया पर इसे एक “ईश्वरीय चमत्कार” बताया जा रहा है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
वीडियो पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
- एक यूज़र ने लिखा, “भगवान की लीलाएं अपरंपार हैं। गीता का बचना एक संकेत है।“
- दूसरे यूज़र ने लिखा, “सब कुछ जल गया, पर सत्य और धर्म का ग्रंथ बचा रहा — यही गीता का संदेश है।“
A passenger aboard the ill-fated AirIndia flight was carrying a copy of the Bhagavad Gita. In a remarkable turn, the sacred book was found intact and unharmed amidst the wreckage at the crash site. 🙏 pic.twitter.com/VBu4jYuvIi
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) June 13, 2025
इकलौते जीवित यात्री विश्वास कुमार रमेश की कहानी
हादसे में जहां 265 लोग अपनी जान गंवा बैठे, वहीं एकमात्र व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश (39) इस विनाशकारी हादसे से चमत्कारिक रूप से बच गए। वे ब्रिटेन निवासी भारतीय मूल के नागरिक हैं और सीट नंबर 11A पर बैठे थे।
विश्वास ने हादसे की दास्तान खुद सुनाई:
“उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद एक जोरदार आवाज हुई। सब कुछ बहुत तेजी से हुआ। होश आया तो देखा कि चारों तरफ लाशें थीं। मैं डर गया था, लेकिन खड़ा होकर भागा। विमान के टुकड़े चारों ओर बिखरे थे। किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डाल दिया।”
डॉक्टरों के मुताबिक, विश्वास विमान से बाहर गिर गए थे और मलबे के पास से खुद चलकर एम्बुलेंस तक पहुंचे। उन्हें कई जगह चोटें आई हैं, लेकिन अब वे खतरे से बाहर हैं।
विजय रूपाणी सहित कई हस्तियों की मौत
इस हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, कई उद्योगपति, वैज्ञानिक और प्रशासनिक अधिकारी सवार थे। सभी की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया है।
आस्था और त्रासदी के बीच एक संदेश
इस हादसे ने सैकड़ों परिवारों को उजाड़ दिया, लेकिन गीता का सुरक्षित रहना और विश्वास का बचना आस्था और आशा की एक नई परिभाषा बन गया।
यह हादसा केवल एक तकनीकी त्रुटि नहीं, बल्कि व्यवस्था की परीक्षा भी है। साथ ही यह एक मूक संदेश भी छोड़ गया है— कि विनाश के बीच भी धर्म और विश्वास जीवित रहते हैं।
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