समग्र समाचार सेवा,
गुवाहाटी, 13 जून: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के लिए असम से एक बड़ी और राहतभरी खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कणाद पुरकायस्थ और असम गण परिषद (AGP) के बीरेंद्र प्रसाद बैश्य को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है।
यह जानकारी शुक्रवार को एक निर्वाचन अधिकारी ने दी। चूंकि विपक्षी दलों ने कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा, इसलिए ये दोनों नेता बिना किसी मतदान के ही उच्च सदन का हिस्सा बन गए हैं।
विपक्ष ने नहीं किया नामांकन
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि गुरुवार को समाप्त हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया:
“बीजेपी के कणाद पुरकायस्थ और एजीपी के बीरेंद्र प्रसाद बैश्य को निर्विरोध राज्यसभा सदस्य घोषित किया गया है, क्योंकि किसी विपक्षी दल ने उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था।”
पहली बार राज्यसभा पहुंचे कणाद पुरकायस्थ
- कणाद पुरकायस्थ पहली बार राज्यसभा सदस्य बने हैं।
- वे बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कबींद्र पुरकायस्थ के पुत्र हैं।
- कणाद फिलहाल बीजेपी की असम राज्य इकाई के सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
- उनका संबंध सिलचर से है, जो असम का प्रमुख शहर है।
बीरेंद्र प्रसाद बैश्य तीसरी बार राज्यसभा में
- एजीपी के वरिष्ठ नेता बैश्य इससे पहले भी दो बार राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।
- वे पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।
- राज्यसभा में उनकी यह तीसरी पारी होगी।
असम में राज्यसभा की स्थिति
- असम से राज्यसभा की कुल सात सीटें हैं।
- वर्तमान में इसमें से चार सीटें बीजेपी,
एक-एक सीट एजीपी और यूपीपीएल के पास हैं। - एक सीट निर्दलीय सांसद के पास है।
बैश्य और बीजेपी के रंजन दास का कार्यकाल 14 जून 2025 को समाप्त हो रहा था। इन्हीं दो सीटों पर अब कणाद और बैश्य को चुनाव के बिना ही निर्वाचित घोषित कर दिया गया है।
असम से राज्यसभा के लिए एनडीए के दोनों उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों की राजनीतिक मज़बूती को दर्शाता है। यह फैसला राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे राज्यसभा में एनडीए की स्थिति और मजबूत हुई है। कणाद पुरकायस्थ जैसे युवा चेहरे का संसद में पहुंचना बीजेपी की नई पीढ़ी को आगे लाने की रणनीति को भी दर्शाता है, वहीं बीरेंद्र प्रसाद बैश्य का अनुभव एनडीए को ऊपरी सदन में मजबूती देगा।
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