समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जून: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पहला लाइव कॉल किया, जहां वे बिना भारी स्पेस सूट के सहज और उत्साहपूर्ण नजर आए। उन्होंने बताया कि 30 दिनों के कड़े क्वारंटाइन के बाद न सिर्फ मानसिक रूप से तैयार थे, बल्कि ‘वैक्यूम’ में तैरते हुए भी उन्हें खुशी और चमक महसूस हो रही है। “मैं वैक्यूम में तैर रहा हूं…बहुत अद्भुत अनुभव है,” उन्होंने मुस्कुराते हुए साझा किया।
उड़ान का रोमांच, आत्मीय बातचीत
लॉन्चपैड पर बैठे शुभांशु ने बताया कि शुरुआती कुछ समय के बाद कैमरे पर उनकी आँखों में उत्साह और भावुकता साफ झलक रही थी। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर स्पेस का यह अद्भुत सफर शुरू किया और विदेशी सहयोगियों, वैज्ञानिकों व टेक्नीशियनों को धन्यवाद दिया। एक हाथ में ‘हंस का खिलौना’ पकड़े शुभांशु ने इसे भारतीय संस्कृति और बुद्धिमत्ता का प्रतीक बताया, जिससे मिशन की भावना और प्रेरणा दोनों झलकती है।
तैरते कदम, नया अनुभव
अंतरिक्ष में कदम दर कदम अपनी नई क्षमता को आजमाते हुए उन्होंने बताया, “मैं चलना सीख रहा हूं, चहलकदमी कर रहा हूं और खाने-पीने का नया तरीका दिख रहा है।” इस दौरान उनके चेहरे पर खेलती मासूमियत और आत्मविश्वास ने मिशन को मानवस्पर्श से जोड़ दिया। उनकी मान्यता है कि “गलतियां करना ठीक हैं, उनसे सीखना महत्वपूर्ण है।”
#WATCH | #AxiomMission4 का संचालन कर रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन सुभांशु ने अंतरिक्ष में अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "अंतरिक्ष से नमस्कार! मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर रोमांचित हूं।"
एक खिलौना हंस को लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय… pic.twitter.com/JiChRCgrcQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2025
मिशन से आने वाली प्रेरणा
शुक्ला ने यह भी कहा कि अपने जैसे चार अंतरिक्षयात्री मिलकर ISS से जुड़ने जा रहे हैं, और यह “बेहद रोमांचक” मौका है। उन्होंने भारतीय लोगों को संदेश भेजा कि यह सिर्फ तकनीकी सफर नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि और संस्कृति का संगम भी है। “यह सब सहयोग और कड़ी मेहनत से संभव हुआ,” उन्होंने गर्व से कहा।
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